‘मैंने जापान में जनता को अपनी स्वतंत्रता की सीमाएं अपनी सरकार द्वारा स्वेच्छा से स्वीकार करते हुए देखा है…लोग इस सर्वव्यापी मानसिक दासता को प्रसन्नता और गर्व के साथ स्वीकार करते हैं क्योंकि वे अपने आपको शक्ति की एक मशीन, जिसे राष्ट्र कहा जाता है, में बदलने की तीव्र इच्छा रखते हैं…’ -रवीन्द्रनाथ ठाकुर, ‘नेशनलिज्म’ … Continue reading बच्चों के लिए सैनिक प्रशिक्षण : आखिर महाराष्ट्र सरकार की यह नई योजना क्यों एक चिन्तित करने वाली पहल है ? →