देश भर के मंदिरों में ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर भगवान जगन्नाथ को भक्त नदियों के ठंडे जल से स्नान करवाएंगे, जिससे उन्हें ज्वर हो जाएगा। इसके बाद भगवान का एकांतवास में उपचार किया जाएगा। स्वस्थ होकर भगवान 27 जून को यात्रा पर निकलेंगे, उस दिन रथ यात्रा उत्सव मनाया जाएगा।