रायपुर के विशेष न्यायालय ने एक दुष्कर्म के एक मामले में आरोपित को 4 साल की सजा के बाद बरी कर दिया है। एक नाबालिग लड़की ने अपनी गर्भावस्था छुपाने और अपने दोस्त को बचाने के लिए पुलिस और न्यायालय के सामने झूठ बोला था। लेकिन डीएनए रिपोर्ट की जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ।