घाना में कितनी है हिंदू आबादी, जानें किस समुदाय का है यहां दबदबा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2 जुलाई 2025 को घाना यात्रा ऐतिहासिक रही. 30 साल बाद यह पहला मौका था जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने घाना की धरती पर कदम रखा. जैसे ही प्रधानमंत्री एक्रॉ में एयरपोर्ट पर पहुंचे घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने उनका भव्य स्वागत किया. यह दृश्य भारत और घाना के मजबूत होते सांस्कृतिक रिश्तों का प्रमाण था.इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने घाना में बसे भारतीय समुदाय से मुलाकात की, जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू मूल के लोग शामिल थे. मोदी ने सांझा विरासत और सांस्कृतिक संबंधों पर ज़ोर देते हुए कहा कि अफ्रीका में बसे भारतीय न केवल व्यापार का विस्तार कर रहे हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति, भाषा और धर्म को भी जीवंत बनाए हुए हैं.घाना में हिंदू आबादी घाना में हिंदू धर्म एक छोटा लेकिन मजबूत समुदाय बन चुका है. वर्तमान में यहां लगभग 30,000 हिंदू रहते हैं, जो कुल जनसंख्या का लगभग 0.1 प्रतिशत हिस्सा हैं. इनमें से एक हिस्सा भारतीय मूल का है, जिनमें अधिकतर व्यापारी हैं, जो 1947 के विभाजन के बाद घाना आए. लेकिन अब यहां के मूल अफ्रीकी लोग भी बड़ी संख्या में हिंदू धर्म अपना रहे हैं.  हिंदू मठ ऑफ अफ्रीका इसका जीता-जागता उदाहरण है, जिसकी स्थापना स्वामी घोषानंद सरस्वती ने की थी.घाना में कैसे फैला हिंदू धर्म19वीं और 20वीं सदी के ब्रिटिश औपनिवेशिक दौर में भारत के कई गुजराती और सिंधी व्यापारी व्यापार की तलाश में पश्चिम अफ्रीका के देशों की ओर गए. इनमें से कुछ ने घाना, जिसे उस समय गोल्ड कोस्ट कहा जाता था, को अपना ठिकाना बनाया. अपने साथ वे न सिर्फ व्यापारिक सोच लाए, बल्कि भारतीय संस्कृति, मंदिर, त्योहार और धार्मिक परंपराएं भी यहां लेकर आए.हालांकि उस दौर में हिंदू धर्म स्थानीय समाज में बहुत ज्यादा नहीं फैला था, लेकिन जो अफ्रीकी लोग भारतीय समुदाय के संपर्क में आए, वे धीरे-धीरे हिंदू दर्शन और जीवनशैली से प्रभावित होने लगे. यही संपर्क आगे चलकर घाना में स्थानीय स्तर पर हिंदू धर्म के प्रसार की नींव बना.इसे भी पढ़ें- आलू से लेकर अंगूर तक, जानें किन चीजों से बनती है अलग-अलग शराब