PM Jeevan Jyoti Bima Yojana: मामले में ग्रामीण क्षेत्रों में सचिवों की साठगांठ सामने आई है। पूरे घोटाले की जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ग्वालियर की ओर से की जा रही है। इसमें विभिन्न बीमा कंपनियों से अभी तक 1500 से ज्यादा केस सामने आए हैं जिनमें अधिकतर फर्जी हैं, जिससे घोटाले की राशि करोड़ों में जा सकती है।