दिल्ली का ट्रैफिक होगा कम, आने जाने का वक्त भी घटेगा, कई बड़े हाईवे पर काम

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Reported by:प्रियंका काण्डपालWritten by:Rakesh Ranjan KumarLast Updated:June 24, 2025, 21:37 ISTइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटदिल्ली में ट्रैफिक को बेहतर करने के लिए हाईवे बनाए जा रहे हैं. (फाइल फोटो)नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर के ट्रैफ़िक में कमी लाने के लिए परिवहन मंत्रालय ने कई योजनाओं की घोषणा की है. दिल्ली सरकार के साथ मिलकर दिल्ली में NHAI कई बड़े हाईवे और टनल प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है. इन योजनाओं के पूरा होने पर दिल्ली में ट्रैफ़िक कम और आने जाने का वक्त बचेगा.1. दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे (NE-5) का विस्तारलंबाई: 20 किलोमीटरलागत:4,000 करोड़फायदा: जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा से आने वाला ट्रैफिक सीधे दिल्ली, गुरुग्राम और IGI एयरपोर्ट तक पहुंचेगा. NH-44 का वैकल्पिक रूट बनेगा.स्थिति: DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बन रही है.2. UER-II को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला नया हाईवेलंबाई: 17 किलोमीटरलागत: 3,350 करोड़फायदा: बाहर से आने वाला ट्रैफिक सीधे दिल्ली के बाहर ही डायवर्ट हो जाएगा. इससे NH-44, रिंग रोड और दिल्ली के अंदर की मुख्य सड़कों पर भीड़ घटेगी.स्थिति: DPR के लिए बिडिंग प्रक्रिया जारी है.3. गाजियाबाद-फरीदाबाद होते हुए नोएडा तक हाईवेलंबाई: 65 किलोमीटरलागत: 7,500 करोड़फायदा: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, DND और अन्य बड़े रूट्स को आपस में जोड़ेगा. इससे दिल्ली की अंदरूनी सड़कों पर ट्रैफिक कम होगा.स्थिति: DPR तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है.4. द्वारका एक्सप्रेसवे से वसंत कुंज तक रोड टनललंबाई: 5 किलोमीटरलागत: 3,500 करोड़फायदा: महिपालपुर, धौला कुआं और राव तुला राम मार्ग जैसे ट्रैफिक वाले इलाकों से बचते हुए सीधा और सिग्नल-फ्री रास्ता मिलेगा.स्थिति: मंत्रालय में मंजूरी का इंतजार.5. AIIMS से महिपालपुर होते हुए गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक एलिवेटेड कॉरिडोरलंबाई: 20 किलोमीटरलागत: 5,000 करोड़ (अनुमानित)फायदा: दिल्ली और गुरुग्राम के बीच एक वैकल्पिक हाई-स्पीड कॉरिडोर बनेगा जिससे NH-48 और रिंग रोड का दबाव घटेगा.स्थिति: DPR के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है.6. कालिंदी कुंज इंटरचेंज का निर्माण कार्ययह दिल्ली-नोएडा रोड और आगरा नहर रोड को जोड़ेगा, जिससे ट्रैफिक सुगम होगा और फ्लो बेहतर बनेगा.7. दिल्ली सरकार से लिए गए पुराने रोड सेक्शन (कुल लंबाई: 34.5 किमी)शामिल हिस्से: हरियाणा बॉर्डर से पंजाबी बाग (NH-09) – 18.5 किमी, आश्रम से बदरपुर (NH-2) – 7.5 किमी8. महरौली से हरियाणा बॉर्डर (NH-148A) – 8.5 किमीकाम: NHAI इन सड़कों की मरम्मत, ड्रेनेज और सौंदर्यीकरण का कार्य कर रही है. बारिश के मौसम में PWD भी सहयोग करेगा.9. C&D वेस्ट (निर्माण और ध्वस्तीकरण कचरा) से सड़क निर्माण – पर्यावरण के लिए फायदेमंद पहलपुराने मलबे, मिट्टी और पत्थरों का इस्तेमाल सड़क बनाने में किया जा रहा है.अब तक उपयोग: UER-II प्रोजेक्ट: 10 लाख मीट्रिक टन, DND-फरीदाबाद-सोहना प्रोजेक्ट: 3.4 लाख मीट्रिक टनफायदा: लागत में कमी, कचरे का पुनः उपयोग और प्रदूषण में गिरावट.इन सभी हाईवे और टनल प्रोजेक्ट्स से दिल्ली-एनसीआर के लोग ट्रैफिक से राहत पाएंगे और सफर में समय और ईंधन की बचत होगी. साथ ही, पर्यावरण का भी ध्यान रखा जा रहा है.About the AuthorRakesh Ranjan Kumarराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ेंराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h... और पढ़ेंhomedelhiदिल्ली का ट्रैफिक होगा कम, आने जाने का वक्त भी घटेगा, कई बड़े हाईवे पर कामऔर पढ़ें