कुछ साल पहले तक हम यह सोच भी नहीं सकते थे कि कोई AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टूल हमारी बातों को समझेगा और उसी अंदाज में जवाब देगा। लेकिन आज ChatGPT जैसे टूल हमारे रोजमर्रा के कामों का अहम हिस्सा बन गए हैं। चाहे ईमेल लिखना हो, कोई सवाल पूछना हो या कंटेंट तैयार करना हो, ये टूल हर जगह मददगार साबित हो रहे हैं। OpenAI के इस AI टूल का इस्तेमाल अब दुनिया भर में करीब 18 करोड़ लोग कर रहे हैं। भारत इसका दूसरा सबसे बड़ा यूजर बेस है। हालांकि ChatGPT का इस्तेमाल करते समय कुछ जरूरी सुरक्षा और प्राइवेसी का भी ध्यान रखना चाहिए। 2024 में सैमसंग ने ChatGPT और अन्य AI टूल्स पर रोक लगा दी थी क्योंकि उनके एक कर्मचारी ने गलती से कंपनी का सेंसिटिव सोर्स कोड ChatGPT पर अपलोड कर दिया था। सैमसंग को डर था कि AI प्लेटफॉर्म पर दी गई जानकारी बाहरी सर्वर पर स्टोर हो सकती है, जिसे बाद में हटाना या कंट्रोल करना मुश्किल होगा। साथ ही उन्हें डर था कि यह डेटा अनजाने में दूसरे यूजर्स के साथ शेयर भी हो सकता है। इसलिए ChatGPT जैसे टूल्स का सही और सुरक्षित इस्तेमाल बहुत जरूरी है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि ChatGPT कितना सेफ है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. पवन दुग्गल, साइबर सिक्योरिटी और AI लॉ एक्सपर्ट, नई दिल्ली सवाल- ChatGPT यूजर का कौन सा डेटा स्टोर करता है? जवाब- ChatGPT दो तरह का डेटा स्टोर करता है। पहली वह जानकारी जो अपने आप सिस्टम के जरिए इकट्ठा होती है, जैसे आपका इंटरनेट कनेक्शन कहां से हो रहा है, आप कौन सा ब्राउजर या फोन इस्तेमाल कर रहे हैं और आपने कब और कितनी बार ChatGPT इस्तेमाल किया है। दूसरी वह जानकारी जो आप खुद चैट में देते हैं, जैसे आपका नाम, ईमेल या जो भी सवाल और बातें आप ChatGPT को बताते हैं। यह सब डेटा OpenAI अपने सिस्टम को बेहतर बनाने और आपको अच्छा अनुभव देने के लिए रखता है। सवाल- क्या ChatGPT में डेटा लीक हो सकता है? जवाब- साइबर सिक्योरिटी और AI लॉ एक्सपर्ट डॉ. पवन दुग्गल बताते हैं कि डेटा लीक होने का खतरा कुछ हद तक हो सकता है। जब आप ChatGPT पर कोई सवाल या जानकारी डालते हैं तो वह डेटा कंपनी के सर्वर पर सेव हो जाता है। इससे कंपनी अपने सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए उस जानकारी का इस्तेमाल कर सकती है। अगर गलती से कोई जरूरी या निजी जानकारी जैसे किसी कंपनी का सीक्रेट या किसी ग्राहक की पर्सनल डिटेल्स डाल दी जाए तो वह गलत हाथों में भी जा सकती है। इससे डेटा लीक या कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन होने का खतरा रहता है। सवाल- ChatGPT से जुड़े कौन-कौन से साइबर रिस्क हो सकते हैं, जिनसे यूजर्स को सतर्क रहना चाहिए? जवाब- ये खतरे सीधे आपके डेटा, वैधानिक अधिकार (लीगल राइट्स) और डिजिटल सुरक्षा से जुड़े होते हैं। नीचे ऐसे 6 संभावित साइबर जोखिम दिए गए हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी है। सवाल- ChatGPT पर किस तरह की जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए? जवाब- कभी-कभी लोग गलती से ऐसी जानकारी भी डाल देते हैं, जो गोपनीय होती है। जैसे बैंक डिटेल, पासवर्ड या आधार नंबर। ये जानकारी अगर गलत जगह पहुंच जाए तो डेटा लीक, फ्रॉड या पहचान की चोरी (Identity Theft) का खतरा हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम समझें कि ChatGPT पर किस तरह की जानकारी कभी नहीं शेयर करनी चाहिए। नीचे दिए गए ग्राफिक में ऐसे 5 उदाहरण दिए गए हैं। सवाल- ChatGPT को सेफ बनाने के लिए OpenAI क्या करता है? जवाब- OpenAI ने ChatGPT को सुरक्षित और जिम्मेदार एआई टूल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसका मकसद है कि यूजर्स को मदद तो मिले, लेकिन उनकी प्राइवेसी और सुरक्षा भी बनी रहे। नीचे कुछ अहम उपाय दिए गए हैं जो OpenAI फॉलो करता है। डेटा प्रोटेक्शन और प्राइवेसी नियम OpenAI यूजर्स द्वारा दी गई बातचीत को सुरक्षित तरीके से स्टोर करता है। आपकी चैट्स को सिस्टम की ट्रेनिंग के लिए उपयोग किया जा सकता है, लेकिन सेंसिटिव जानकारी को पहचानने और हटाने के लिए खास तकनीक इस्तेमाल की जाती है। कंटेंट मॉडरेशन सिस्टम ChatGPT के जवाबों को सुरक्षित रखने के लिए मॉडरेशन टूल्स लगाए गए हैं जो नफरत फैलाने वाली बातें, हिंसा या भ्रामक जानकारी को रोकने में मदद करते हैं। अगर कोई गलत या आपत्तिजनक सवाल पूछा जाए तो ChatGPT उसे ब्लॉक कर सकता है या वॉर्निंग दे सकता है। एक्सपर्ट द्वारा मॉडल की ट्रेनिंग ChatGPT को ट्रेन करने में AI सुरक्षा विशेषज्ञ, रिसर्चर और एथिक्स एक्सपर्ट शामिल होते हैं। वे तय करते हैं कि मॉडल क्या सीखे और क्या नहीं। इसका मकसद है कि ChatGPT जिम्मेदारी से जवाब दे। यूजर कंट्रोल और सेटिंग्स ChatGPT में अब यूजर को ज्यादा कंट्रोल दिया जा रहा है। जैसे आप तय कर सकते हैं कि आपकी बातचीत मॉडल को सुधारने में इस्तेमाल हो या नहीं। इसके लिए Privacy Settings में जाकर ऑप्शन बंद किया जा सकता है। लगातार सिक्योरिटी अपडेट्स और रिसर्च OpenAI लगातार रिसर्च करता है और नए सिक्योरिटी फीचर्स जोड़ता है। जैसे ही कोई खतरा सामने आता है, उसे जल्दी से जल्दी ठीक किया जाता है ताकि यूजर्स को नुकसान न हो। सवाल- ChatGPT का सेफ इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? जवाब- इसका इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहे और आप इसका सही फायदा उठा सकें। ChatGPT से बात करते वक्त ऐसा समझें कि आप किसी टेक्नोलॉजी से बात कर रहे हैं, इंसान से नहीं। इसलिए कुछ बातें कभी शेयर नहीं करनी चाहिए और कुछ सावधानियां हमेशा रखनी चाहिए। सवाल- ChatGPT पर किस तरह की गलत जानकारी मिल सकती है? जवाब- कभी-कभी ChatGPT पुरानी या गलत जानकारी दे सकता है, क्योंकि यह इंटरनेट से सीखा हुआ मॉडल है। इसलिए महत्वपूर्ण फैसले लेने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। ……………… ये खबर भी पढ़िए…जरूरत की खबर- क्या AI से नौकरी को खतरा:आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में कैसे बने रहें रिलेवेंट, AI एक्सपर्ट के 9 टिप्स AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज पूरी दुनिया को अपने आगोश में ले लिया है। यह तकनीक लगातार विकसित हो रही है और हर क्षेत्र में अपनी पकड़ बना रही है। AI के बढ़ते प्रभाव के कारण जहां वर्किंग एम्प्लाईज को अपनी नौकरी जाने का डर सताने लगा है। वहीं पढ़-लिखकर जॉब ढूंढ रहे युवाओं को नौकरी के अवसर कम होने की चिंता सता रही है। पूरी खबर पढ़िए...