रिलेशनशिप एडवाइज- तलाक के बाद की दूसरी शादी:मेरी बेटी नए पापा को एक्सेप्ट नहीं कर रही, उसे लगता है उसकी मां का प्यार बंट गया

Wait 5 sec.

सवाल: मैं तलाकशुदा महिला हूं और मेरी एक 10 साल की बेटी है। मैंने एक विडोवर से दूसरी शादी की है, जिसकी एक 12 साल की बेटी है। हम दोनों के बच्चे लगभग हमउम्र हैं तो हमें लगा था कि शादी के बाद उन दोनों की भी आपस में दोस्ती हो जाएगी। अगर दोनों बच्चे करीब रहेंगे तो आपस में जल्दी घुल-मिल जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उन दोनों को एक–दूसरे के साथ एडजेस्ट करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। अब हमें महसूस हो रहा है कि दोनों बच्चों के व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ गया है। उनका तालमेल नहीं बन पा रहा है। मेरे हसबैंड की बेटी ने तो फिर भी मुझे एक्सेप्ट कर लिया है, लेकिन मेरी बेटी को लग रहा है कि उसका प्यार बंट रहा है। शायद उसे ऐसा लगता है कि मेरे हसबैंड उसके स्पेस और हमारे रिश्ते में दखल दे रहे हैं। मैं क्या करूं कि हमारे बच्चों के बीच तालमेल बन जाए। मेरी बेटी मेरे हसबैंड और अपनी बहन को सहज रूप से एक्सेप्ट कर पाए? एक्सपर्ट: द्युतिमा शर्मा, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट एंड ट्रॉमा फोकस्ड थेरेपिस्ट, भोपाल जवाब: आपके सवाल से लग रहा है कि आप एक ऐसी स्थिति से गुजर रही हैं, जो दूसरी शादी से बने परिवारों में अक्सर देखने को मिलती हैं। दो अलग-अलग जिंदगियों से आए बच्चों के साथ एक नया परिवार शुरू करना आसान नहीं होता है। खासतौर पर तब, जब बच्चे अभी इन बदलावों को समझने की कोशिश कर रहे हैं। आपकी बेटी को यह लगना स्वाभाविक है कि उसका प्यार बंट रहा है। इसीलिए दोनों बच्चियों के बीच भी तालमेल नहीं बन पा रहा है। आइए पहले यह समझते हैं कि ऐसी स्थितियां क्यों बन रही हैं और फिर समझेंगे कि आप क्या कर सकती हैं। बच्चे आपस में तालमेल क्यों नहीं बना पा रहे? जब दो परिवार एक साथ आते हैं तो बच्चों के लिए यह बदलाव भावनात्मक रूप से कठिन हो सकता है। आपकी दोनों बेटियों के व्यवहार में जो चिड़चिड़ापन दिख रहा है, उसके पीछे कुछ खास वजहें हो सकती हैं। इन कारणों से बच्चों में बढ़ सकता है तनाव आपने बताया कि आपकी दोनों बेटियां चिड़चिड़ी सी हो रही हैं। इसके पीछे कुछ ऐसी वजह भी हो सकती हैं, जो आप अच्छे इरादे से कर रही हैं, लेकिन बच्ची को वह गलत मैसेज की तरह लग रहा है। 1. दोनों बच्चों को करीब रखना शायद जल्दबाजी थी आपने दोनों बच्चियों को करीब रखकर उनकी दोस्ती की नींव डालने की कोशिश की। आपका इरादा प्यारा था, लेकिन शायद यह थोड़ी जल्दबाजी हो गई। बच्चे नए रिश्तों को समझने के लिए अपना निजी स्पेस चाहते हैं। जब उन्हें अचानक किसी के साथ स्पेस शेयर करना पड़े तो वे घुटन महसूस कर सकते हैं। क्या करें: शुरुआत में दोनों बच्चियों को अपना अलग-अलग स्पेस दें। उनके अलग कमरे हो सकते हैं या एक कमरे में ही उनकी अपनी छोटी जगह हो सकती है। साथ में समय बिताने के लिए हल्के-फुल्के मौके बनाएं। साथ में गेम खेल सकते हैं या फिल्म देख सकते हैं। इससे उन्हें वक्त मिलेगा और वे अपने तरीके से एक-दूसरे को जान सकेंगी। 2. बेटी के डर को गंभीरता से लें आपकी बेटी के लिए यह सिर्फ ‘नए पापा’ का सवाल नहीं है, बल्कि उसे लग रहा है कि उसकी मम्मी का ध्यान अब उस पर पहले जैसा नहीं रहा है। 10 साल की उम्र में वह सबसे अधिक लगाव आप से रखती है और अब उसे लग रहा है कि यह लगाव अब किसी और के साथ बंट रहा है। यह भावना बहुत सामान्य है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो इससे दूरियां बढ़ सकती हैं। क्या करें: उसे यह भरोसा दिलाएं कि आपका प्यार वही है, कम नहीं हुआ है। हर हफ्ते उसके साथ कुछ खास वक्त बिताएं, जैसे उसकी पसंद का खेल खेलें या बस बैठकर बातें करें। इससे उसे अपना प्यार सुरक्षित महसूस होगा। धीरे-धीरे आएगा अपनापन 10 साल की बच्ची किसी को स्टेप फादर या स्टेप सिस्टर के रूप में तभी स्वीकार कर पाते हैं, जब उनके साथ भरोसा और प्यार दोनों बन जाए। आपकी बेटी को यह नहीं महसूस होना चाहिए कि नए पिता को स्वीकार करना उसके लिए मजबूरी है। इसके लिए ये टिप्स अपना सकते हैं। कुछ छोटी चीजें धीरे-धीरे आपकी बेटी को भरोसा दिला सकती हैं। आप हो सकती हैं ब्रिज आपको अपने पति और बेटी के बीच एक ब्रिज बनना है। अपनी बेटी के साथ कुछ समय ऐसा रखें, जब सिर्फ आप दोनों हों, उस समय आपके बीच कोई और न मौजूद हो। उसे यह एहसास दिलाएं कि उसका रिश्ता आपके साथ अब भी उतना ही खास है। साथ ही, अपने पति को भी प्रोत्साहित करें कि वे आपकी बेटी के साथ धीरे-धीरे दोस्ती बढ़ाएं। उसे समझने की कोशिश करें। स्वीकार करने में समय लगता है यह अच्छी बात है कि आपके पति की बेटी ने आपको स्वीकार कर लिया है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि आपकी बेटी भी अपने नए पापा को वक्त के साथ एक्सेप्ट कर लगेगी। हां, उसे यह यकीन दिलाना जरूरी है कि वह आपके लिए हमेशा सबसे खास रहेगी। आप और आपके पति बच्चों के लिए हैं सेफ जोन नया रिश्ता, दो परिवारों के बीच बदलाव के दौर की तरह है। इसमें आप दोनों को धैर्य और समझ दिखानी होगी। बच्चों के मन में थोड़ी जलन, थोड़ा गुस्सा या दूरी होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर आप उनकी भावनाओं को सुनें और प्यार से जवाब दें तो आपका परिवार धीरे-धीरे एकजुट हो जाएगा। मां के लिए 4 पॉइंट की चेकलिस्ट ध्यान रखें ये बात एक नया परिवार बनाना आसान नहीं होता है, लेकिन प्यार, धैर्य और समझ से यह खूबसूरत हो सकता है। आपकी बेटी को अभी वक्त चाहिए और आपके प्यार भरे कदम उसे यह समझा देंगे कि वह अब भी आपके दिल की सबसे खास जगह पर है। धीरे-धीरे, आपका परिवार अपनी एक अलग पहचान बना लेगा। ..........................ये खबर भी पढ़ेंरिलेशनशिप एडवाइज- शादी के 6 महीने बाद ही पति की मौत: दोबारा शादी करना चाहती हूं, पिता, ससुर सब खिलाफ, क्या मुझे प्यार का हक नहीं स्कूल में पढ़ाने वाले एक टीचर और मेरे कुलीग के साथ मेरी दोस्ती हुई। उन्होंने मुझे समझा, सम्मान दिया और मेरा सहारा बने। पिछले 3 सालों में हमारा रिश्ता काफी मैच्योर हो गया है और अब हम शादी करना चाहते हैं। पूरी खबर पढ़िए...