Kolkata Law College Case: कोलकाता में 24 वर्षीय लॉ स्टूडेंट के साथ गैंगरेप के मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के खिलाफ पुलिस को अहम सुराग मिले हैं. डॉक्टरों को आरोपी के शरीर पर पीड़िता के नाखूनों से खरोंचने के निशान मिले हैं, जिससे पता चलता है कि पीड़िता ने हमले के दौरान काफी संघर्ष किया था. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया कि मोनोजीत के शरीर पर नाखूनों से खरोंचने के निशान पाए गए हैं और ये चोटें ताजा हैं, ऐसी चोटें तब लगती हैं जब कोई संघर्ष या प्रतिरोध का सामना करता है. इससे पहले पीड़िता की मेडिकल जांच ने भी बयान की पुष्टि की थी, जिसमें डॉक्टरों ने आरोपी के शरीर पर काटने के निशान और नाखून के खरोंच के निशान मिलने की बात कही थी. इस बीच कैंपस के सीसीटीवी फुटेज में भी पीड़िता को आरोपी द्वारा कॉलेज परिसर के अंदर घसीटते हुए दिखाया गया है.'कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल को मोनोजीत के नंबर से कॉल आया था'मामले को लेकर आईपीएस अधिकारी ने कहा, "हमें पता चला कि अपराध के अगले दिन सुबह कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल को मोनोजीत के नंबर से कॉल आया था. हमने उनकी बातचीत का ब्योरा जानने के लिए कल से दो बार वीपी से पूछताछ की है." उन्होंने कहा कि मोनोजीत और चटर्जी के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बारे में हर विवरण का पता लगाने के प्रयास जारी हैं.इसके अलावा पुलिस ने एक मेडिकल शॉप का सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किया है, जहां से आरोपियों में से एक जै़ब अहमद पीड़िता के लिए इनहेलर खरीदा था, पीड़िता ने हमलावरों से अपील की थी कि उसे अस्पताल ले जाया जाए, लेकिन जब आरोपियों ने उसकी बात नहीं मानी तो उसने कथित तौर पर सांस लेने में तकलीफ होने पर इनहेलर लाने की अपील की. 'पीड़िता के लिए इनहेलर खरीदकर लाया था ज़ैब अहमद'पुलिस अधिकारी ने कहा, "ज़ैब अहमद इनहेलर लाने के लिए मेडिकल स्टोर गया था. फार्मेसी के मालिक ने कहा कि ज़ैब आधा भुगतान नकद और बाकी UPI के ज़रिए करना चाहता था, जिस पर हम सहमत नहीं थे. फिर आरोपी ने पूरा भुगतान ऑनलाइन किया. हमने उनके बयान को नोट कर लिया है." शिकायत में भी 24 वर्षीय पीड़िता ने इस घटना का जिक्र किया है कि ज़ैब के इनहेलर लाने के बाद उसे थोड़ा बेहतर महसूस हुआ. हालांकि उसके बाद आरोपियों ने उसे फिर से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.ये भी पढ़ें: सिक्योरिटी गार्ड की कस्टोडियल डेथ पर भड़के CM स्टालिन, बोले- पुलिसकर्मी माफी लायक नहीं, CBI को सौंपेंगे केस