इन डब्बों की खासियत ये है कि, इन्हें पूरी तरह स्थानीय संसाधनों और महिला कर्मचारियों के सहयोग से तैयार किया गया है. फैक्ट्री में काम करने वाली सभी महिलाएं इस उपलब्धि को अपनी भी जीत मान रही हैं. केवल 12 घंटे में इन डब्बों को डिजाइन से लेकर फिनिशिंग तक तैयार किया गया. जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है.