नवी मुंबई के सजुईनगर में डिप्रेशन से पीड़िक 55 साल के एक व्यक्ति ने तीन साल से खुद को फ्लैट में बंद किया हुआ था. सामाजिक संस्था की मदद से उन्हें बाहर निकालकर इलाज शुरू किया गया. कभी कंप्यूटर प्रोग्रामर रहा शख्स पारिवारिक सदमे और अकेलेपन से जूझ रहा था. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है और सुधार की संभावना जताई गई है.