Karnataka MM Hills: कर्नाटक के चामराजनगर जिले स्थित एमएम हिल्स वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां एक मादा बाघ और उसके चार शावक मृत पाए गए. कुल पांच बाघों की मौत के मामले में वन मंत्री ईश्वर खंडरे ने गहरी चिंता जताते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं. शुरुआत जांच में आशंका जताई जा रही है कि इन बाघों को जहर देकर मारा गया है, हालांकि वन विभाग ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जरूरी प्रक्रियाओं के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो पाएगी.मध्य प्रदेश के बाद कर्नाटक में सबसे ज्यादा बाघकर्नाटक, मध्य प्रदेश के बाद देश में सबसे अधिक बाघों की संख्या वाला राज्य है, जहां हालिया अनुमान के मुताबिक करीब 563 बाघ हैं. बाघों और ग्रामीणों के बीच बढ़ते संघर्ष, विशेषकर मवेशियों पर हमलों की घटनाओं के कारण, ग्रामीण कई बार ज़हर या फंदों का इस्तेमाल कर बाघों को निशाना बनाते हैं. वन विभाग की टीम ने सभी मृत बाघों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं. इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.कर्नाटक वन मंत्री ईश्वर खंडरे का बयानमामले पर कर्नाटक वन मंत्री ईश्वर खंडरे ने कहा कि एमएम हिल्स में एक मादा बाघ और उसके चार बच्चों की मौत की खबर बेहद दुखद है. मैंने इस पर वन विभाग के प्रमुख अधिकारियों से बात की है और मामले की गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं. प्राथमिक जानकारी के मुताबिक इन बाघों की मौत प्राकृतिक नहीं लगती. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अधिनियम के तहत सभी का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. यह एक चौंकाने वाली और दुखद घटना है. मैंने टीम को सतर्क रहने और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.NTCA की रिपोर्टराष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बाघों की कुल संख्या बढ़कर 3,682 हो चुकी है. यह उपलब्धि भारत को विश्व का सबसे बड़ा बाघों का आवास क्षेत्र (Tiger Range Country) बना देती है. यह सफलता न केवल वन्यजीव संरक्षण नीति की मजबूती, बल्कि जन जागरूकता और सरकार-समाज की सहभागिता का भी प्रमाण है.