देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में त्रिशूल की जगह पंचशूल स्थापित है. यह त्रिशूल हर साल फाल्गुन एकादशी पर विधिवत उतारा जाता है. मान्यता है कि इसे छूने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. धार्मिक ग्रंथों में इसका संबंध रावण की लंका से बताया गया है. यह त्रिशूल मंदिर की सुरक्षा करता है.