कर्नाटक सरकार ने भगदड़ की मजिस्ट्रेट जांच की भी घोषणा की है. यह जांच बंगलौर सिटी जिले के डिप्टी कमिश्नर और जिला मजिस्ट्रेट द्वारा 15 दिनों के भीतर की जाएगी, ताकि भगदड़ के कारणों की जांच की जा सके, जिसमें किसी भी तरह की चूक शामिल है, और जवाबदेही तय की जा सके.