अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं के अनुसार, भूमिगत जल के अत्यधिक उपयोग से पृथ्वी 20 साल में 80 सेंटीमीटर पूर्व की ओर झुक गई है. यह शोध जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित हुआ है.