Written by:Rakesh Ranjan KumarLast Updated:June 05, 2025, 14:12 ISTइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटइजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू. (फाइल फोटो)नई दिल्ली. भारत ने मंगलवार को कहा कि वह उस मामले को बेल्जियम सरकार के सामने उठाएगा, जिसमें दिल्ली स्थित उसके दूतावास के एक कर्मचारी ने राष्ट्रीय राजधानी के चाणक्यपुरी इलाके में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का पोस्टर कथित तौर पर ‘वांटेड’ लिखा हुआ लगाया है. हाई सिक्योरिटी वाले राजनयिक क्षेत्र में कम से कम दो बिजली के खंभों पर पोस्टर देखे गए. इन पोस्टरों पर नेतन्याहू की तस्वीर लगी हुई थी, जिस पर आपराधिक नोटिस की तरह ‘वांटेड’ लिखा हुआ था. यह घटना पिछले सप्ताह हुई थी.पोस्टर लगाने का संदिग्ध विदेशी नागरिक दिल्ली स्थित बेल्जियम दूतावास में काम करता है. वह वर्तमान में दिल्ली पुलिस की जांच के दायरे में है, जिसने अभी तक उसके कार्यों का विवरण नहीं दिया है, और उसकी पहचान गोपनीय रखी गई है. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि उसे घटना की जानकारी है और वह आधिकारिक राजनयिक चैनलों के माध्यम से बेल्जियम के साथ इस मुद्दे को उठाएगा. यह प्रतिक्रिया दिल्ली पुलिस द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को सचेत किए जाने के बाद आई.50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गएपोस्टर लगाने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की पहचान करने के लिए, दिल्ली पुलिस ने क्षेत्र में कम से कम 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले थे. फुटेज की जांच करने के बाद, पुलिस ने सुबह करीब 5.30 बजे साइकिल से आने वाले नीली शर्ट और काली पतलून पहने एक व्यक्ति की पहचान की. उसे बिजली के खंभे पर एक पोस्टर लगाते हुए देखा गया. अतिरिक्त सीसीटीवी फुटेज में उसे सरदार पटेल मार्ग पर एक फ्लैट से निकलते हुए दिखाया गया. इसके बाद पुलिस ने आवास का दौरा किया और पुष्टि की कि रहने वाला व्यक्ति दूतावास का कर्मचारी है.बेल्जियम ने गाजा में इजरायल की कार्रवाई का विरोध कियाचूंकि दिल्ली पुलिस कानूनी रूप से विदेशी नागरिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कर सकती है क्योंकि व्यक्ति को राजनयिक छूट प्राप्त है, इसलिए उन्होंने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की और इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंप दिया, जिसने विदेश मंत्रालय (एमईए) के साथ तालमेल किया. इस बीच, बेल्जियम ने कई मौकों पर गाजा में इजरायल के चल रहे सैन्य अभियानों की खुले तौर पर निंदा की है. यह उन 121 देशों में शामिल था, जिन्होंने 2023 में गाजा संघर्ष में तत्काल युद्ध विराम के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था.About the AuthorRakesh Ranjan Kumarराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ेंराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h... और पढ़ेंhomenationदिल्ली में नेतन्याहू 'वॉन्टेड' के पोस्टर, बेल्जियम एंबेसी का स्टाफ निशाने परऔर पढ़ें