भारत में कितने लोग बोलते हैं हिंदी और कितने मराठी? भाषा विवाद के बीच उठ रहे सवाल; देखिए आंकड़े

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महाराष्ट्र में शुरू हुआ हिंदी-मराठी विवाद एक बड़े राजनीतिक संघर्ष में बदल चुका है. यह विवाद ही है, जिसने ठाकरे बंधुओं (राज ठाकरे-उद्धव ठाकरे) को करीब दो दशक बाद एक साथ आने के लिए मजबूर कर दिया. शनिवार (5 जुलाई) को राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे मुंबई के वर्ली डोम में हुई विजय रैली में एक मंच पर दिखाई दिए. इस रैली के केंद्र में था मराठी स्वाभिमान और हिंदी थोपने का विरोध. महाराष्ट्र से शुरू हुआ 'हिंदी विरोध' अब दूसरे राज्यों तक भी पहुंचने लगा है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी ठाकरे बंधुओं के मिलन का समर्थन करते हुए हिंदी थोपे जाने के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है. इससे पहले महाराष्ट्र में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें जबरन मराठी बोलने के नाम पर लोगों के साथ हिंसा की गई. महाराष्ट्र में शुरू हुए इस भाषाई विवाद के बहाने चलिए जानते हैं कि देश में कितने लोग हिंदी भाषा बोलते हैं और कितने लोग मराठी बोलते हैं. इसके आंकड़े क्या हैं? देश में इतने लोग बोलते हैं हिंदीदेश के उत्तर भारतीय राज्यों में ज्यादातर लोग हिंदी ही बोलते हैं, यहां सरकारी कामकाज की भाषा भी हिंदी ही है, लेकिन हम जैसे ही दक्षिण भारतीय राज्यों का रुख करते हैं तो क्षेत्रीय भाषाओं की गूंज सुनाई देने लगती है. 2011 की जनगणना के अनुसार, देश की आबादी 121 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 140 करोड़ के पार पहुंच गई है. इसमें हिंदी बोलने वालों की जनसंख्या 45 फीसदी(45.11%) से भी ज्यादा है. यानी देश की लगभग आधी आबादी हिंदी भाषी है. 2011 की जनगणना में लिए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हिंदी बोलने वालों की संख्या 52,83,47,193 (52.83 करोड़) है. कितने लोग बोलते हैं मराठीमराठी भाषा ज्यादातर महाराष्ट्र या उसके आसपास के राज्यों में बोली जाती है. यह महाराष्ट्र की आधिकारिक भाषा तो है ही, साथ ही गोवा में भी बड़े स्तर पर बोली जाती है. आंकड़ों को देखें तो भारत में मराठी बोलने वाले लोगों की संख्या 8,30,26,680 (8.30 करोड़) है. यह भारत की जनसंख्या का मात्रा 7.09% ही है. यानी हिंदी के मुकाबले मराठी बोलने वाले लोगों की संख्या बेहद कम है. यह भी पढ़ें: दुनिया में पहली बार किसने किया था जैविक हथियारों का प्रयोग, किस देश के पास हैं सबसे ज्यादा बायोलॉजिकल वेपन्स?