पटना की सड़कों से दिल्ली की गलियों तक अजय वर्मा का नाम अपराध की दुनिया में दहशत का दूसरा नाम रहा है. बीते 4 जुलाई को बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की सनसनीखेज हत्या ने जब बेउर जेल में बंद इस कुख्यात गैंगस्टर को जांच के दायरे में लाया तो उसके काले कारनामों का पिटारा फिर से खुल गया. हत्या, रंगदारी, अपहरण और सुपारी किलिंग के 28 से अधिक मामलों में वांटेड अजय वर्मा का गैंग न केवल पटना, बल्कि दिल्ली तक अपने अपराधों का जाल बुन चुका है. सवाल यह कि क्या गोपाल खेमका की हत्या के पीछे वर्मा का दिमाग है या यह किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है? पटना के अपराध जगत में आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात अन्तर्राज्यीय अपराधी अजय वर्मा के बारे में जानते हैं.