पानी में नहीं सड़ती ये लकड़ी, ताजमहल की नींव में भी लगी, एक पेड़ की कीमत 1 लाख

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Reported by:Shivank DwivediEdited by:Rishi mishraAgency:Local18Last Updated:June 02, 2025, 07:36 ISTAfrican Mahogany Farming: मध्य प्रदेश के बघेलखंड में विदेशी पेड़ की खेती शुरू हो गई है. इस पेड़ की खासितय सुनने के बाद किसान इसकी खेती किए बिना नहीं मातने. इसकी खेती फायदे का सौदा है. जानें सब...इम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटXअफ्रीकन महोगनी पेड़ की खासियत .हाइलाइट्सअफ्रीकन महोगनी की खेती सतना में लोकप्रिय हो रही हैकम पानी और देखभाल में उगाया जा सकता है ये पेड़बड़े होने के बाद एक पेड़ की कीमत 80 हजार से एक लाखAfrican Mahogany: सतना के किसान अब पारंपरिक फसलों से हटकर अफ्रीकन महोगनी की खेती की ओर बढ़ रहे हैं. इस बहुमूल्य लकड़ी की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग है. यह आने वाले वर्षों में सतना के किसानों के लिए आर्थिक क्रांति का जरिया बन सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार, अफ्रीकन महोगनी की खासियत ये है कि इसे बहुत कम पानी, देखभाल और खर्च में उगाया जा सकता है. यही वजह है कि सतना और इसके आसपास के इलाकों जैसे अमरपाटन, मैहर, रीवा क्षेत्र में इसकी खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है.अमरपाटन के किसान कर रहे सफल प्रयोगअमरपाटन के प्रगतिशील किसान कृष्ण कुमार सिंह बघेल ने लोकल 18 से बताया कि अफ्रीकन महोगनी  की लकड़ी समुद्री जहाज बनाने में काम आती है, क्योंकि यह पानी में खराब नहीं होती. उन्होंने बताया कि ताजमहल की नींव में भी इसी लकड़ी का उपयोग किया गया था. पहले यह पेड़ केवल अफ्रीका में उगाया जाता था, लेकिन अब कुछ वर्षों से भारत में भी इसकी खेती हो रही है.अफ्रीकन मोहगनी की खासियत इस पेड़ की दो प्रजातियां होती हैं. एक देसी महोगनी और दूसरी अफ्रीकन महोगनी. अफ्रीकन महोगनी की सबसे बड़ी खासियत ये कि इसका तना सीधा होता है और इसमें शाखाएं नहीं निकलतीं. इससे लकड़ी की गुणवत्ता बेहतर होती है. इसके बीज, लकड़ी और पत्तियों का उपयोग कीटनाशक दवाइयों जैसे मच्छर भगाने वाली दवाओं के निर्माण में भी होता है.खेती के लिए ये समय सहीखेती के लिए मानसून की शुरुआत यानी जून-जुलाई सबसे उपयुक्त समय माना जाता है. अच्छी सिंचाई व्यवस्था हो तो मार्च-अप्रैल में भी पौधारोपण किया जा सकता है. इसकी बढ़त भी बहुत जल्दी होती है. प्रति पौधा 5-10 किलो गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट देने की सलाह दी जाती है. पहले 2-3 वर्षों तक हर 10-15 दिन में सिंचाई जरूरी है. बाद में ड्रिप इरिगेशन का उपयोग किया जा सकता है.लाखों में बिकती है लकड़ीमहोगनी की खेती धैर्य की मांग करती है, लेकिन एक बार पेड़ तैयार हो जाए तो इसकी लकड़ी 80,000 से 1 लाख रुपये तक बिक सकती है. जिले में किसानों के लिए यह एक लंबे समय का लाभकारी निवेश साबित हो सकता है.homeagricultureपानी में नहीं सड़ती ये लकड़ी, ताजमहल की नींव में भी लगी, एक पेड़ की कीमत 1 लाखऔर पढ़ें