भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर है, लेकिन आम लोगों की ज़िंदगी में इसका असर स्पष्ट नहीं दिखता. विशेषज्ञों में मतभेद हैं, कुछ इसे नीतियों की सफलता मानते हैं, तो कुछ बढ़ती असमानता और बेरोज़गारी को लेकर चिंतित हैं.