CBSE ने बदला नियम, अब बेसिक Math के स्टूडेंट्स भी कर सकेंगे स्टैंडर्ड की पढ़ाई

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Written by:Deepali PorwalLast Updated:May 31, 2025, 08:04 ISTCBSE Board Math Syllabus: सीबीएसई बोर्ड अपने पैटर्न में फ्लेक्सिबिलिटी लाने की लगातार कोशिश कर रहा है. इसके लिए कई नए कदम उठाए गए हैं. सीबीएसई बोर्ड परीक्षा साल में दो बार होगी. इसके साथ ही बेसिक मैथ्स की पढ़ाई...और पढ़ेंइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटCBSE Board Math Syllabus: सीबीएसई के नए नियम से स्टूडेंट्स को बहुत फायदा मिलेगाहाइलाइट्ससीबीएसई: बेसिक मैथ्स छात्रों को 11वीं में स्टैंडर्ड मैथ्स की अनुमति.यह बदलाव 2025-26 सत्र से लागू होगा.इससे छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल में करियर बनाने में मदद मिलेगी.नई दिल्ली (CBSE Board Math Syllabus). केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने हाल ही में एक जरूरी नियम में बदलाव किया है. इससे क्लास 10 में बेसिक मैथमेटिक्स पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को स्टैंडर्ड मैथ पढ़ने का अवसर मिल सकेगा. नए नियम के अनुसार, कक्षा 10 में बेसिक मैथमेटिक्स (कोड 241) चुनने वाले स्टूडेंट्स भी कक्षा 11 में स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स (कोड 041) पढ़ सकते हैं. पहले ऐसा नहीं था. यह बदलाव शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा.सीबीएसई के नए फैसले से उन स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा, जो 10वीं में बेसिक मैथमेटिक्स लेने के बाद भी हायर एजुकेशन में गणित को गहराई से पढ़ना चाहते हैं, खासकर वे जो मेडिकल या इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं. इससे पहले सीबीएसई 11वीं में वही स्टूडेंट्स स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स की पढ़ाई कर सकते थे, जिन्होंने 10वीं में भी यही विषय पढ़ा हो. बता दें कि सीबीएसई में मैथ 2 तरह की होती है- बेसिक और स्टैंडर्ड.सीबीएसई का नया नियम क्या है?सीबीएसई ने पहले नियम बनाया था कि कक्षा 10 में बेसिक मैथमेटिक्स पढ़ने वाले स्टूडेंट्स कक्षा 11 में केवल अप्लाइड मैथमेटिक्स ही चुन सकते थे, स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स नहीं. लेकिन नए नियम के तहत, बेसिक मैथमेटिक्स वाले भी कक्षा 11 में स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स पढ़ सकते हैं. स्कूल प्रिंसिपल को सुनिश्चित करना होगा कि छात्र इसका सिलेबस कवर कर सकता है. इससे उन छात्रों को फायदा मिलेगा, जो भविष्य में विज्ञान या इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में जाना चाहते हैं, जहां स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स की जरूरत पड़ती है.यह भी पढ़ें- खत्म होने वाली हैं छुट्टियां, जल्द खुलेंगे स्कूल, डेट देखकर शुरू करें तैयारीयह बदलाव क्यों जरूरी था?सीबीएसई ने 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण बेसिक मैथमेटिक्स के छात्रों को स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स चुनने की छूट दी थी. उस समय यह एक अस्थायी व्यवस्था थी क्योंकि महामारी के कारण पढ़ाई में कई रुकावटें आई थीं. लेकिन अब बोर्ड ने इसे स्थायी रूप से लागू करने का फैसला किया है ताकि छात्रों को फ्लेक्सिबिलिटी मिल सके. यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के हिसाब से है, जो छात्रों को उनकी रुचि और क्षमता के आधार पर विषय चुनने की आजादी देती है.स्टूडेंट्स को क्या फायदा मिलेगा?करियर के अधिक अवसर: स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स चुनने से छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल, डेटा साइंस या गणित आधारित अन्य क्षेत्रों में एडमिशन के लिए योग्य हो सकेंगे. पहले, बेसिक मैथमेटिक्स के कारण कई छात्र इन क्षेत्रों में जाने से वंचित रह जाते थे.फ्लेक्सिबिलिटी: यह नियम छात्रों को अपनी रुचि और भविष्य की योजनाओं के आधार पर विषय चुनने की आजादी देता है. अगर कोई छात्र 10वीं में बेसिक मैथमेटिक्स चुनता है, लेकिन बाद में उसे लगता है कि वह गणित में गहराई से पढ़ाई कर सकता है, तो वह अब ऐसा कर सकेगा.आत्मविश्वास में वृद्धि: यह बदलाव उन छात्रों को प्रोत्साहित करेगा, जो गणित में कमजोर होने के डर से बेसिक मैथमेटिक्स चुनते हैं. अब वे बिना किसी बाधा के स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स पढ़ सकते हैं, बशर्ते वे मेहनत करने को तैयार हों.स्कूलों को निभानी होगी जिम्मेदारीसीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे इस नियम के बारे में छात्रों और उनके अभिभावकों को स्पष्ट रूप से सूचित करें. स्कूल प्रिंसिपल को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे उन छात्रों की क्षमता और रुचि का आकलन करें, जो बेसिक मैथमेटिक्स से स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स में जाना चाहते हैं. इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि छात्र 11वीं कक्षा के गणित के पाठ्यक्रम को कवर कर सकेगा. स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों को उचित मार्गदर्शन और सहायता मिले.छात्रों और अभिभावकों के लिए सलाहजानकारी लें: अभिभावकों और छात्रों को स्कूल से इस नए नियम के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए. यह समझना जरूरी है कि स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स का पाठ्यक्रम बेसिक मैथमेटिक्स से ज्यादा कठिन है.तैयारी करें: अगर कोई छात्र स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स चुनना चाहता है तो उसे 10वीं की गर्मियों की छुट्टियों में अतिरिक्त पढ़ाई करनी चाहिए. इससे उसे 11वीं का सिलेबस समझने में मदद मिलेगी.स्कूल से संपर्क: स्कूल के शिक्षकों और प्रिंसिपल से बात करके यह सुनिश्चित करें कि छात्र के लिए यह विकल्प सही है.यह भी पढ़ें- मोटे हो रहे हैं प्राइवेट स्कूल के बच्चे! अभी से हाई BP, डायबिटीज के शिकारAbout the AuthorDeepali PorwalHaving an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ेंHaving an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h... और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंhomecareerCBSE ने बदला नियम, अब बेसिक Math के स्टूडेंट्स भी कर सकेंगे स्टैंडर्ड की पढ़ाईऔर पढ़ें