Reported by:Anju PrajapatiEdited by:Priyan ShurabiAgency:News18 Uttar PradeshLast Updated:May 30, 2025, 13:35 ISTFampur news in hindi : किसानों के लिए इस तेल की खेप पहुंचा दी गई है. इस तेल पर 75 प्रतिशत सब्सिडी भी मिलेगी. इसकी तेज गंध और कड़वा स्वाद तने और पत्तियों में समा जाता है, जिससे कीड़े और जानवरों दूर रहते हैं.इम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटXकीट और नीलगाय से बचाएगा जादुई तेल, साथ मे किसानों को मिल रही है सब्सिडी भीहाइलाइट्सनीम का तेल रामपुर के किसानों को उपलब्ध कराया गया.नीम के तेल पर 75 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी.नीम का तेल कीटों और नीलगाय से फसल को बचाता है.रामपुर. नील गाय से परेशान किसानों के लिए गुड न्यूज है. अब उन्हें रात-रात जागकर खेतों की पहरेदारी नहीं करनी होगी. नील गायों से फसल बचाने का आसान और कारगर तरीका खोज निकाला गया है. रामपुर को पहली बार 262 लीटर नीम का तेल उपलब्ध कराया गया है. जिला कृषि रक्षा अधिकारी कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि किसानों को नीम के तेल पर 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी. इसका मतलब है कि जो नीम का तेल बाजार में 263 रुपये लीटर की दर से मिलता है, वो किसानों को बहुत कम दाम में मिल जाएगा. नीम का तेल कीटों और खासतौर पर नीलगाय से फसल को बचाने में असरदार है. जब इसे फसलों पर छिड़का जाता है तो इसकी तेज गंध और कड़वा स्वाद तने और पत्तियों में समा जाता है. कीड़े उस गंध से दूर भागते हैं और जानवरों को कड़वापन पसंद नहीं आता, इसलिए वो फसल को नहीं खाते.सब्जियों के लिए रामबाणइस तेल को इस्तेमाल करना भी आसान है. किसान भाई 2.5 लीटर नीम का तेल 500 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे मशीन से फसलों पर छिड़क सकते हैं. यह छिड़काव 15 से 20 दिन के अंतराल पर किया जा सकता है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, क्योंकि यह पूरी तरह जैविक (ऑर्गेनिक) है. यह तेल खासकर उन किसानों के लिए फायदेमंद है, जो सब्जियों की खेती करते हैं. भिंडी, बैंगन, टमाटर, लौकी, आलू, मिर्च, गोभी और धनिया जैसी फसलों पर इसका मारक असर पड़ता है. धान, गन्ना, मक्का और गेहूं जैसी फसलों में भी इसका उपयोग किया जा सकता है.इसे भी पढ़ें-Barabanki News : 4 हजार लागत, 90 हजार मुनाफा…जाड़ा, गर्मी जब जी चाहे उगाएं, फसल नहीं ये नोट छापने की मशीनसस्ता, सुरक्षित और असरदारयह तेल रामपुर के हर ब्लॉक की कृषि रक्षा इकाई पर उपलब्ध है. कृषि अधिकारी राणा ने किसानों से अपील की है कि रासायनिक कीटनाशकों के बजाय इस जैविक नीम तेल का प्रयोग करें. इससे न सिर्फ फसलें सुरक्षित रहेंगी बल्कि जमीन की उपजाऊ शक्ति भी बनी रहेगी. इस तेल से किसानों को दोहरा फायदा होगा. एक तो उत्पादन में कमी नहीं आएगी और दूसरा जानवर व कीट नुकसान नहीं करेंगे. फसलों को बचाने का यह एक सस्ता, सुरक्षित और असरदार तरीका है.homeagricultureनीलगाय की छुट्टी कर देगा ये जादुई तेल, कड़वा इतना...फसल से दूर भागेंगे जानवरऔर पढ़ें