Written by:संदीप बोलAgency:News18HindiLast Updated:May 30, 2025, 13:00 ISTINS VIKRANT: भारतीय नौसेना ने अपने कैरियर बैटल ग्रुप को फॉर्वर्ड डिप्लॉयमेंट ने पाक को बैकफुट पर डाल दिया था. उसी अरब सागर में तैनात INS विक्रांत पर रक्षामंत्री पहुंचें. इससे पहले भी रक्षामंत्री ने ऑपरेशन सिंदू...और पढ़ेंइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटइंडियन नेवी की तैनाती ने पाक नेवी को तटों तक किया सीमितहाइलाइट्सरक्षामंत्री ने INS विक्रांत पर नौसेनिकों से मुलाकात की.रक्षामंत्री ने पाक को चेतावनी दी, नेवी की तैयारी पूरी.INS विक्रांत पर मिग 29 K और राफेल M ऑपरेट किए जा रहे हैं.INS VIKRANT: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को डर था कि इस बार स्ट्राइक नेवी की तरफ से हो सकती है. लेकिन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया कि अगर पाकिस्तान ने कोई हरकत की तो ओपनिंग नेवी की तरफ से ही होगी. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह INS विक्रांत पर पहुंचे. उन्होंने सभी नौसेनिकों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया.उन्होने कहा कि नेवी की तैयारियों से ही पाकिस्तान डर गया और उसने अपनी नेवी को तटों तक सीमित कर दिया. खुले समंदर में आने की हिम्मत ही नहीं जुटा सका. रक्षामंत्री ने नेवी को कहा कि वह अपनी तैयारियों में कोई कमी न रखें. अब तक जो हुआ, वह तो वॉर्मअप था. अगर पाकिस्तान ने फिर से कोई जुर्रत की, तो इस बार नेवी भी हरकत में आएगी और फिर भगवान ही जानता है कि पाकिस्तान का क्या होगा.1971 में 2 हुए अब हो जाते 4अपने संबोधन में रक्षामंत्री ने नेवी के प्रचंड रूप का व्याख्यान किया. उन्होंने कहा कि 1971 में जब नेवी हरकत में आई थी तो पाकिस्तान 1 से 2 हो गया था. अगर ऑपरेशन सिंदूर में नेवी फॉर्म में आई होती तो पाकिस्तान 1 से 4 हो जाता. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना ने अपनी साइलेंट सर्विस से पाकिस्तान के होश उड़ा दिए थे. खामोश रहकर भी भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को बांध कर रखने में कामयाबी पाई. भारतीय नौसेना की तैनाती की बात करें तो मानों जंगी जहाजों की पूरी फौज उतार दी थी. किसी भी समुद्री अभ्यास को छोड़ दें तो इतने वॉरशिप कभी एक साथ क्लोज कॉर्डिनेशन में अरब सागर में मौजूद नहीं हुए.नेवी के 36 से ज्यादा वॉरशिप थे तैनातपाकिस्तान की नेवी की ताकत की बात करें तो उसके पास 30 से भी कम वॉरशिप हैं. सूत्रों के मुताबिक 22 अप्रैल के बाद से भारतीय नौसेना ने अपनी तैनाती को बढ़ाना शुरू कर दिया था. सबसे पहले भारतीय कैरियर बैटल ग्रुप INS विक्रांत को फॉर्वर्ड डिप्लॉयमेंट के लिए भेज दिया. कैरियर बैटल ग्रुप में 8 से 10 वॉरशिप मौजूद होती हैं. नेवी ने वेस्टर्न कोस्ट में INS विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर के अलावा 7 डिस्ट्रॉयर, 7 स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट तैनात कर दिए. इसके अलावा आधा दर्जन के करीब सबमरीन पानी के भीतर मौजूद थे. कई फास्ट अटैक क्राफ्ट, मिसाइल बोट भी बड़ी संख्या में तैनात हैं. एक अंदाजा लगाए तो सब मिलाकर तकरीबन 36 के करीब होंगे. यह संख्या पाक नेवी के पास मौजूद कुल वॉरशिप की संख्या से ज्यादा थी.INS विक्रांत कैरियर बैटल ग्रुप की खासियतINS विक्रांत कैरियर बैटल ग्रुप से एंटी सबमरीन वॉरफेयर ऑपरेशन, एंटी शिप ऑपरेशन, एयर डिफेंस, सर्विलांस और सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा सकते हैं. इस वक्त INS विक्रांत पर मिग 29 K ऑपरेट किए जा रहे हैं. इस एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए फ्रांस से 26 राफेल M की डील भी हो चुकी है. हेलिकॉप्टर में अमेरिका से लिए रोमियो हेलिकॉप्टर, चेतक और सीकिंग हेलिकॉप्टर भी मौजूद हैं. दुश्मन के मिसाइल से खुद को बचाने के लिए क्लोज इन वेपन सिस्टम से लैस है. विक्रांत में 32 ट्यूब वाले 2 वर्टिकल लॉन्चिंग सिस्टम लगे हैं. यह एक एडवांस्ड मिसाइल फायरिंग सिस्टम है जिसमें इजरायल की कुल 64 बराक-8/ मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल को दागा जा सकता है. इसके अलावा चार ऑटोब्रेडा 76 mm गन और 4 क्लोज इन वेपन सिस्टम से लैस है, जो दुश्मन की मिसाइल को एयरक्राफ्ट पर हिट करने से पहले ही तबाह कर देगा.भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंhomenation1971 में नेवी हरकत में आई थी तो पाकिस्तान 1 से हो गया था 2, अब हो जाते 1 से 4और पढ़ें