Reported by:Bharat Kumar ChaubeyEdited by:Avinash ThakurAgency:News18 BiharLast Updated:June 06, 2025, 23:59 ISTइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटXअतनु दत्ता की तस्वीरसीतामढ़ी के एक डीएसपी को बगहा कोर्ट ने गिरफ्तार कर लाने का आदेश जारी किया है। जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मची हुई है। मामला सीतामढ़ी के पुपरी डीएसपी अतनु दत्ता की है। दरअसल, पश्चिमी चंपारण के बगहा व्यवहार न्यायालय में एक 14 वर्ष पुराने हत्या के मामले में गवाही नहीं देने पर कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने सीतामढ़ी जिले के पुपरी के वर्तमान एसडीपीओ अत्तनु दत्ता के अलावा बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. ए.के. तिवारी और एक अन्य पुलिस पदाधिकारी अमरेश कुमार सिंह के खिलाफ गैर-जमानतीय वारंट जारी करते हुए उन्हें 10 जून तक गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत करने का आदेश जारी किया है।यह आदेश बगहा व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-चतुर्थ मानवेंद्र मिश्र की अदालत से सोमवार को पारित किया गया। अदालत ने साफ कहा कि इन तीनों सरकारी गवाहों के खिलाफ पहले ही गैर-जमानतीय अधिपत्र निर्गत किया जा चुका है, लेकिन अब तक इसकी तामिला की रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में बगहा एसपी को निर्देश दिया गया है कि वे अपने स्तर से त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों गवाहों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराएं और आगामी सुनवाई में कोर्ट में उनकी उपस्थिति दर्ज कराएं। मामला वर्ष 2011 का है, जब बगहा नगर थाना क्षेत्र निवासी डब्ल्यू राम उर्फ डेबा की हत्या कर दी गई थी।इस हत्या के मामले में मृतक की पत्नी मुमताज देवी ने चुन्नू डोम समेत अन्य अज्ञात लोगों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में अत्तनु दत्ता उस समय इस मामले के अनुसंधानकर्ता थे, जबकि मृतक का पोस्टमार्टम डॉ. ए.के. तिवारी द्वारा किया गया था। अमरेश कुमार सिंह भी इस केस से जुड़े रहे।अब तक इस केस में नामित कुल नौ गवाहों में से केवल तीन की गवाही ही कोर्ट में हो सकी है। मुख्य गवाह माने जा रहे अत्तनु दत्ता, अमरेश कुमार सिंह और डॉ. तिवारी की गवाही अब तक नहीं हो पाई है, जिससे केस की सुनवाई में देरी हो रही है।बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने कोर्ट से यह मांग की कि अभियोजन पक्ष को और अवसर न दिया जाए और गवाहों की अनुपस्थिति के चलते साक्ष्य का अधिकार समाप्त कर दिया जाए। वहीं, अभियोजन पदाधिकारी जितेंद्र भारती ने कोर्ट से एक और मौका देने की अपील की ताकि शेष गवाहों का साक्ष्य प्रस्तुत किया जा सके।अब देखना है कि क्या 10 जून तक पुलिस इन गवाहों को कोर्ट में हाजिर करा पाती है या फिर यह मामला और लंबा खिंचता है।बिहार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें.homebiharसीतामढ़ी के इस डीएसपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में लाने का आदेश, जानिए क्योंऔर पढ़ें