ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने एक AI-आधारित डिवाइस बनाई है, जो ब्लड के RNA अंशों का विश्लेषण कर टाइप 1 डायबिटीज का खतरा पहले से बता सकती है. यह डिवाइस यह भी बता सकती है कि उस मरीज पर किस तरह का इलाज बेहतर काम करेगा.