छत्तीसगढ़ में माओवाद की कमर अब टूटती नजर आ रही है। माओवादी बसव राजू की मौत के बाद संगठन कमजोर हो गया है। ऐसा लगता है, संगठन में दरार पड़ गया है, जिसका फायदा सुरक्षा बलों को मिल रहा है। प्रशासन को भीतर की सूचनाएं मिल रही हैं। ऐसे में क्षेत्र के एक प्रमूख माओवादी हिड़मा की 20 साल बाद नई तस्वीर सुरक्षा बलों को मिली है।