महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमले:राजस्थान के पूर्व मंत्री खाचरियावास ने कहा- भाषा के नाम पर हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण

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महाराष्ट्र में हिंदी भाषी लोगों पर हो रहे हमलों को लेकर राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार या मध्य प्रदेश से आए लोगों पर भाषा के आधार पर हमले हो रहे हैं। खाचरियावास ने कहा कि देश की आर्थिक राजधानी में संविधान का राज होना चाहिए। लेकिन वहां भाषा के नाम पर हिंसा हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मौन रहने पर भी सवाल उठाए। पूर्व मंत्री ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा देती है। लेकिन हिंदी भाषियों पर हमला होने पर उनके नेता गायब हो जाते हैं। उन्होंने कर्नाटक में भाषा विवाद, असम में बाहरी-भीतरी का मुद्दा और मणिपुर में जातीय हिंसा का जिक्र किया। खाचरियावास ने कहा कि हिंदी भाषी कोई बाहरी नहीं हैं। वे भी इस देश के नागरिक और समाज का हिस्सा हैं। उन्होंने नफरत की राजनीति का विरोध करते हुए कहा कि भारत एक है और एक रहेगा। भाषा कोई भी हो, सभी का सम्मान होना चाहिए।