विवाद की शुरुआत राज्य के स्कूलों में तीन भाषाएं पढ़ाने के फ़ैसले से हुई थी. इसके ख़िलाफ़ विरोध हुआ. अब राज्य सरकार ने यह फ़ैसला वापस ले लिया है.