फिजिकल हेल्थ- हमारा ब्लड प्रेशर लो क्यों होता है:इन 10 संकेतों को कभी न करें नजरअंदाज, डॉक्टर से जानें बचाव और इलाज के तरीके

Wait 5 sec.

आजकल खराब लाइफस्टाइल के कारण लोगों में हाई और लो ब्लड प्रेशर की समस्या आम होती जा रही है। लो ब्लड प्रेशर को मेडिसिन की भाषा में हाइपोटेंशन (Hypotension) और हाई ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन (Hypertension) कहा जाता है। हालांकि कभी-कभार बीपी का थोड़ा ऊपर-नीचे होना सामान्य है। लेकिन अगर यह अक्सर होने लगे तो गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, लो ब्लड प्रेशर अक्सर बिना किसी खास लक्षण के होता है। इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि यह समस्या कब सामान्य है और कब डॉक्टर के पास जाने की जरूरत होती है। तो चलिए, आज फिजिकल हेल्थ कॉलम में हम लो ब्लड प्रेशर के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- लो ब्लड प्रेशर क्या है? जब हार्ट खून को पूरे शरीर में पंप करता है तो वह नसों (Arteries) की दीवारों पर दबाव डालता है, जिसे ब्लड प्रेशर कहते हैं। अगर यह दबाव सामान्य से कम यानी 90/60 mmHg (मिलीमीटर ऑफ मर्करी) से नीचे चला जाता है तो उसे लो ब्लड प्रेशर कहते हैं। इस स्थिति में शरीर के अंगों को पर्याप्त मात्रा में ब्लड और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे व्यक्ति को चक्कर आना, थकान, धुंधला दिखना और कभी-कभी बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ब्लड प्रेशर की माप में दो संख्याएं होती हैं। आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति का बीपी लगभग 120/80 mmHg होना चाहिए। जब यह स्तर काफी नीचे चला जाए तो यह शरीर के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। नीचे दिए ग्राफिक में ब्लड प्रेशर लेवल का चार्ट देखिए- लो ब्लड प्रेशर के लक्षण ब्लड प्रेशर बहुत कम होने पर शरीर के अंगों को पर्याप्त ब्लड और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। इससे व्यक्ति को चक्कर आना, थकान, धुंधलापन या बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार बैठने या खड़े होने के तुरंत बाद ये लक्षण अचानक महसूस होते हैं। नीचे दिए ग्राफिक से लो ब्लड प्रेशर के आम संकेतों को समझिए- इसलिए होता है ब्लड प्रेशर लो ब्लड प्रेशर लो होने के पीछे डिहाइड्रेशन और हार्ट संबंधी समस्याएं, हॉर्मोनल असंतुलन और खून की कमी समेत कई कारण शामिल हैं। महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलावों की वजह से भी ब्लड प्रेशर गिर सकता है, जो आमतौर पर डिलीवरी के बाद अपने आप सामान्य हो जाता है। इसके अलावा गर्म मौसम, तनाव, डर या अचानक दर्द जैसी स्थितियां भी अस्थायी रूप से बीपी कम कर सकती हैं। नीचे दिए गए ग्राफिक से लो ब्लड प्रेशर के प्रमुख कारणों को जानिए- लो ब्लड प्रेशर का इलाज लो ब्लड प्रेशर का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। आमतौर पर लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे ज्यादा पानी पीना, धीरे-धीरे उठना और थोड़ा नमक ज्यादा खाना इसमें मददगार हो सकता है। कुछ मामलों में डॉक्टर दवाएं भी लिख सकते हैं। वहीं अगर कोई दवा बीपी को गिरा रही है तो डॉक्टर उसकी खुराक घटा सकते हैं या दवा बंद कर सकते हैं। लो ब्लड प्रेशर की समस्या से बचने के उपाय लो बीपी से बचने के लिए लाइफस्टाइल और खानपान में कुछ बदलाव जरूरी है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- ब्लड प्रेशर लो से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब सवाल- क्या लो ब्लड प्रेशर हमेशा खतरनाक होता है? जवाब- कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. संजीव अग्रवाल बताते हैं कि नहीं, लो ब्लड प्रेशर हमेशा खतरनाक नहीं होता है। कुछ लोगों में यह बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है। वहीं अगर इससे अक्सर चक्कर, थकान या बेहोशी जैसे लक्षण दिखें तो यह किसी छिपी हुई स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। सवाल- अगर लो ब्लड प्रेशर के लक्षण महसूस हों तो तुरंत क्या करना चाहिए? जवाब- अगर आपको चक्कर आना, कमजोरी, धुंधलापन या बेहोशी जैसा महसूस हो तो तुरंत बैठ जाएं या लेट जाएं। अपने पैरों को ऊपर की ओर उठाएं ताकि दिमाग तक ब्लड फ्लो बढ़ सके। गहरी और धीमी सांस लें, घबराएं नहीं। पानी या ORS पिएं क्योंकि डिहाइड्रेशन भी एक कारण हो सकता है। अगर खाली पेट हैं तो हल्का और जल्दी पचने वाला कुछ खाएं, जैसे बिस्किट या फल। अगर लक्षण बने रहें या बेहोशी जैसा महसूस हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ध्यान रखें कि अगर यह स्थिति बार-बार हो रही है तो इसे मामूली न समझें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जिसका जांच और इलाज जरूरी है। सवाल- क्या खाने-पीने की आदतों से लो ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है? जवाब- डॉ. संजीव अग्रवाल बताते हैं कि हां, खाने-पीने की गलत आदतें लो ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकती हैं। पर्याप्त पानी न पीना, शराब का ज्यादा सेवन और बहुत हल्का या अनियमित भोजन करने से बीपी गिर सकता है। खासकर डिहाइड्रेशन की स्थिति में यह और बिगड़ सकता है। सवाल- क्या एक्सरसाइज से लो ब्लड प्रेशर ठीक हो सकता है? जवाब- हां, नियमित हल्की एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, योग या स्ट्रेचिंग से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और लो बीपी कंट्रोल में रह सकता है। लेकिन बहुत तेज या हैवी एक्सरसाइज से बीपी गिर सकता है, इसलिए एक्सरसाइज हमेशा शरीर की क्षमता और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करें। सवाल- अगर लो ब्लड प्रेशर का इलाज न कराया जाए तो क्या होगा? जवाब- अगर इसे लंबे समय तक अनदेखा किया जाए तो यह दिमाग, दिल और किडनी जैसे अहम अंगों तक ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई को प्रभावित कर सकता है। इससे बेहोशी, ऑर्गन फेल्योर या शॉक जैसी गंभीर स्थिति बन सकती है। इसलिए समय रहते सही कारण की पहचान और इलाज कराना बेहद जरूरी है। ………………… फिजिकल हेल्थ की ये खबर भी पढ़िए फिजिकल हेल्थ- मानसून का मौसम है बीमारियों का घर: बढ़ता बैक्टीरिया और वायरस इन्फेक्शन का रिस्क, डॉक्टर से जानें बचाव के 15 उपाय हवा में नमी और उमस फंगस और बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्मजीवों के लिए अनुकूल वातावरण है। ये सूक्ष्मजीव त्वचा, रेस्पिरेटरी तंत्र और पाचन तंत्र पर आक्रमण कर सकते हैं, जिससे कई तरह के इन्फेक्शन हो सकते हैं। पूरी खबर पढ़िए...