लॉर्ड्स की ढाल यानि स्लोप को समझना और फिर अपनी गेंदबाजी में उसके अनुरूप बदलाव करना बेहद जरूरी होता है जो काम बुमराह ले तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन करके दिखाया. पहले दिन नर्सरी एंड से नितिश रेड्डी को दो विकेट मिले और जिस लेंथ के गेंद मूव हो रही थी उस पर बुमराह ने काम किया और दसूरे दिन के खेल के शुरुआत से ही उन्होंने इसी एंड से गेंदबाजी की. नतीजा ये हुआ कि लंच तक जो तीन विकेट बुमराह ने लिए वो सभी नर्सरी एंड से गिरे क्योंकि बॉल पड़ने के बाद लेग कट हो रही थी जिसका जवाब इंग्लिश बल्लेबाजों के पास नहीं था.