इस समस्या से हजारों बुजुर्ग कार्ड धारक परेशान रहते हैं। अब इस समस्या से निजात मिलने वाली है। जिन बुजुर्गों का अंगूठा ई-पास में स्वीकार नहीं होगा। उनकी आंख की रेटिना के जरिए पहचान की जाएगी। रेटिना से पहचान होते ही राशन मिलेगा। कुछ कोटे पर नई वितरण की व्यवस्था शुरू की जाएगी।