62 साल की बेलिंडा मार्क्स ने पिछले 40 साल में सैकड़ों लोगों की अंतिम यात्रा में मदद की है. उन्होंने आखिर वक्त में लोगों की कुत्तों, बिल्लियों, घोड़ों देखने या उनसे मिलने की इच्छा को पूरा करवाया है. यहां तक कि कुछ लोगों की शादियां भी करवाई है. वे लोगों के घरों में जाती हैं. वे रिश्ते बनाती हैं. लोग उन पर भरोसा करते हैं.