मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ का पानी सड़कों, रेल की पटरियों और रेलवे स्टेशन तक पहुंच गया। कई स्थानों पर पटरियां पानी में डूबी दिखीं। रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। शहडोल में एक कार पोंडा नाले में बह गई, जिसमें सवार लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई। शहडोल जीआरपी थाने और एटीएम सेंटर में भी पानी भर गया, जिससे लोगों को पैसे निकालने में परेशानी हुई। शास्त्री नगर और पटेल नगर में घरों में पानी घुस गया। कटनी में बेलकुंड नदी में उफान के बाद कुछ लोगों ने जान जोखिम में डालकर रास्ता पार किया, जबकि पुलिस अधिकारी उन्हें ऐसा न करने की अपील कर रहे थे। मध्य प्रदेश में बाढ़ और बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री विदिशा पहुंचे। उन्होंने खेवनी खुर्द गांव में कीचड़ भरे रास्तों को पार किया और अपने जूते पानी में साफ किए। उन्होंने आदिवासी परिवारों के घरों का निरीक्षण किया, पीड़ितों से बातचीत की और उनके साथ भोजन भी किया। एक ग्रामीण ने भोजन कराने पर कहा, "ऐसी हालत से रोटी ऐसे समय पर लोग चिन्हते कहाँ गए? भोजन बना के खिला रही?" उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और आदिवासी भाई-बहनों के साथ अन्याय न होने का विश्वास दिलाया।