सुभाष नगर आरओबी जिसका निर्माण लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के 12 इंजीनियरों की निगरानी में 40 करोड़ की लागत से हुआ। वह आवाजाही के लिए खतरनाक है। ज्ञात हो कि डॉ. अंबेडकर ब्रिज को भी जनता के लिए तब खोला गया था, जब यातायात संकेत लगे।