भारती को एनर्जी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए गहरे समुद्र में तेल और गैस की खोज की जाएगी. नॉर्वे इसमें सहयोग करेगा. नर्वे को इस क्षेत्र में अपनी उन्नत तकनीकों के लिए जाना जाता है.