कौन पा सकता है दुबई का गोल्डन वीजा, जानिए क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं?

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Dubai Golden Visa: दुनिया में कई देश अपनी नागरिकता बेचते हैं. यानी इन देशों में एकमुश्त राशि जमा करके आप गोल्डन वीजा पा सकते हैं और जिंदगीभर के लिए यहां बस भी सकते हैं. ऐसी ही एक खबर दुबई से आई थी. रिपोर्ट्स में कहा गया था कि दुबई सरकार सिर्फ 23 लाख रुपये में गोल्डन वीजा दे रही है, जिसके बाद यहां लाइफटाइम बसा जा सकता है. अब संयुक्त अरब अमीरात सरकार की ओर से इन खबरों का खंडन किया गया है. सरकार ने कहा है कि गोल्डन वीजा के लिए निर्धारित नियमों को बदला नहीं गया है. नियम वैसे ही हैं जैसे पहले थे. जो लोग गोल्डन वीजा लेना चाहते हैं, वे हमारी ऑफिशियल वेबसाइट या स्मार्ट ऐप से सही जानकारी ले सकते हैं. दुबई सरकार की ओर से Golden Visa को लेकर जारी स्पष्टीकरण के बाद बहुत से लोग इसके बारे में जानना चाह रहे हैं. ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि दुबई का गोल्डन वीजा प्लान क्या है और आपको कौन-कौन सी सुविधाएं मिल सकती हैं? क्या है गोल्डन वीजा प्लान?संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में गोल्डन वीजा के लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं. यह उन्हीं लोगों को दिया जा सकता है, जो उस खास कैटेगरी में आते हैं. इनमें इन्वेटर्स, स्पेशल टैलेंट्स, साइंटिस्ट्स, स्टार्टअप ओनर्स, डॉक्टर्स, एथलीट जैसे लोग शामिल हैं. यहां यह बात भी जानना जरूरी है कि यह दुबई में बसने के लिए लाइफटाइम स्कीम नहीं है. हालांकि, गोल्डन वीजा आपको यूएई में मल्टीपल एंट्री का एक्सेस देता है. आमतौर पर इसकी वैलिडिटी 10 साल की होती है, जिन्हें कुछ शर्तों के साथ रिन्यू भी किया जा सकता है.  ये मिलती हैं सुविधाएंयूएई की सरकार गोल्डन वीजा धारकों को कई तरह की सुविधाएं देती है. गोल्डन वीजा धारकों को बिना किसी लोकल स्पॉन्सर के यूएई में बिजनेस शुरू करने, काम करने और प्रॉपर्टी खरीदने की अनुमति होती है. गोल्डन वीजा धारकों और उनके परिवार को यूएई नागरिकों के समान ही समान स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा व विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ मिलता है. इसके अलावा ऐसे व्यक्ति अपने बच्चों यूएई सरकार के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में भी दाखिला दिला सकते हैं. अगर किसी गोल्डन वीजा धारक की मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार के सदस्यों को परमिट की अवधि समाप्त होने तक यूएई में रहने की अनुमति होती है. यह भी पढ़ें: भारत में किसे है नागरिकता देने या चेक करने का अधिकार, जानिए क्या कहता है नियम