वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश्वर के अनुसार, यूपी STF को श्रीप्रकाश शुक्ला का मोबाइल नंबर मिलते ही उसकी ट्रैकिंग शुरू हुई. हरिशंकर तिवारी ने धमकी के बाद सुरक्षा के लिए श्रीप्रकाश के पिता को साथ रखना शुरू कर दिया थे.