तेलंगाना के निरमल जिले के तानूर मंडल केंद्र में स्थित हंगिरगा सोसाइटी में यूरिया की कमी के कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यूरिया प्राप्त करने के लिए किसानों को सुबह तड़के अपनी चप्पलें कतार में रखकर लाइन में लगना पड़ रहा है. यह स्थिति किसानों की मजबूरी और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है.स्थानीय किसानों का कहना है कि यूरिया की आपूर्ति बेहद कम और अनियमित हो रही है. खेती के लिए महत्वपूर्ण इस उर्वरक की कमी के कारण फसलों को समय पर पोषण नहीं मिल पा रहा, जिससे उत्पादन पर बुरा असर पड़ सकता है. एक किसान, रामचंद्र रेड्डी ने बताया, "हमें सुबह 4 बजे से लाइन में लगना पड़ता है, और फिर भी कई बार खाली हाथ लौटना पड़ता है. अधिकारियों को हमारी समस्याओं की कोई परवाह नहीं."दुकानों से दोगुने दाम पर यूरिया खरीदने को मजबूर किसानहंगिरगा सोसाइटी में यूरिया की आपूर्ति सीमित मात्रा में हो रही है और यह मांग की तुलना में नाकाफी है. किसानों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे. कुछ किसानों ने बताया कि उन्हें निजी दुकानों से दोगुने दाम पर यूरिया खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जो उनकी आर्थिक स्थिति पर भारी पड़ रहा है.जिला कृषि अधिकारी ने दिया आश्वासननिरमल जिला प्रशासन ने इस समस्या पर ध्यान देने का आश्वासन दिया है. जिला कृषि अधिकारी के. सुधाकर ने कहा, "हम यूरिया की आपूर्ति बढ़ाने के लिए राज्य सरकार और आपूर्तिकर्ताओं के साथ समन्वय कर रहे हैं. अगले हफ्ते तक अतिरिक्त स्टॉक उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है." हालांकि, किसानों का कहना है कि ऐसे वादे पहले भी किए गए, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ.किसानों ने मांग की है कि सरकार यूरिया की नियमित और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करे, ताकि उनकी मेहनत बेकार न जाए. साथ ही, कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है. यह समस्या न केवल निरमल जिले तक सीमित है, बल्कि तेलंगाना के कई अन्य हिस्सों में भी किसान यूरिया की कमी से जूझ रहे हैं. ये भी पढ़ें: 'आपातकाल को काले अध्याय के रूप में याद नहीं किया जाना चाहिए', शशि थरूर का बड़ा बयान, जानें क्यों कहा ऐसा