भारतीय सेना की तरफ से बताया गया है कि नई तकनीक अपनाने से त्रिशक्ति कोर बॉर्डर के फॉरवर्ड इलाकों में बेहद कम समय में मजबूत बंकर बना सकती है। यह हालातों के हिसाब से बंकर में बदलाव करने में भी सक्षम है।