दरअसल, कोल्ड्रिफ सीरप बनाने वाली श्रीसन फार्मास्युटिकल्स कंपनी का मालिक जी. रंगनाथन दावा कर रहा था कि दूसरे राज्यों में उसी बैच के सीरप भेजे थे, पर कहीं से शिकायत नहीं आई। इस कारण एसआईटी ने खुले कफ सीरप की भी जांच कराई है, जिससे साबित हो सके बच्चों की मौत कोल्ड्रिफ से ही हुई थी।