यमुनानगर की एक विवाहिता को दिल्ली में उसके पति द्वारा दहेज की मांग, मारपीट और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। पीड़िता ने मामले में दो बार यमुनानगर के एसपी को शिकायत सौंपी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार, हार मानकर वह हरियाणा पुलिस के डीजीपी तक पहुंची और अपनी व्यथा सुनाई। अब जाकर डीजीपी के हस्तक्षेप पर थाना शहर यमुनानगर में केस दर्ज किया गया है। महिला का आरोप है उसका पति उससे 10 लाख रुपए और कार की मांग की और मना करने पर मारपीट की। विवाह के कुछ समय बाद ही दहेज के ताने आजाद नगर निवासी प्रीति ने बताया कि डीजीपी को सौंपी अपनी शिकायत में बताया कि उसका विवाह 10 दिसंबर 2017 को हिंदू रीति-रिवाज से विकास दुबे निवासी बदरपुर बॉर्डर,मिट्ठापुर,लखपत कॉलोनी,पार्ट-2,दिल्ली के साथ यमुनानगर में संपन्न हुआ था। विवाह में उसके मायके वालों ने करीब 10 लाख रुपए खर्च किए और दहेज में सोने-चांदी के जेवरात, सामान आदि दिए। लेकिन विवाह के कुछ समय बाद ही पति विकास दुबे ने दहेज में कार न मिलने का ताना देकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। विकास ने 10 लाख रुपए और कार की मांग की और मना करने पर मारपीट की। गला दबाकर मारने की कोशिश प्रीति ने बताया कि अप्रैल 2019 में गर्भवती होने पर भी विकास ने उसका कोई ख्याल नहीं रखा और इलाज तक से मना कर दिया। उसने कहा कि बच्चे का खर्चा मायके से लाना होगा। दिसंबर 2019 में बेटी के जन्म पर विकास ने लड़की पैदा होने पर नाराजगी जताई। फरवरी 2020 में विकास ने गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की, जिसके बाद पंचायत में गलती मानी, लेकिन फिर से प्रताड़ना शुरू की। प्रीति ने बताया कि विकास नशे में देर रात घर आता, अन्य लड़कियों से बात करता और विरोध करने पर मारपीट करता। कई बार घर से निकाल दिया और बच्ची की दवा तक नहीं दिलाई। अप्रैल 2024 में विकास ने लिखित में सुधार का वादा किया, लेकिन दो महीने बाद फिर पुरानी हरकतें शुरू हो गईं। पुलिस को शिकायत सौंपने पर नहीं हुई कार्रवाई 18 नवंबर 2024 को नशे में विकास ने मारपीट की, गला दबाया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता किसी तरह बाथरूम में छिपी और मायके वालों को फोन किया। अगले दिन वह बच्ची के साथ यमुनानगर लौटी और 21 नवंबर 2024 को सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया। पीड़िता ने पहली शिकायत 22 नवंबर 2024 को एसपी यमुनानगर को दी, जो महिला थाने में भेजी गई। वहां से मीडिएशन सेंटर में भेज दिया गया, लेकिन कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई। विकास ने फोन पर धमकी दी कि शिकायत दफ्तर में दबा दी है और दोबारा शिकायत करने पर जान से मार देगा। दूसरी शिकायत 30 जनवरी 2025 को फिर से एसपी को दी गई, लेकिन फिर कोई एक्शन नहीं हुआ। आखिरकार अब उसे डीजीपी हरियाणा के पास जाना पड़ा। डीजीपी के आदेश पर अब जाकर मंगलवार को पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना,विश्वासघात और मारपीट का मामला थाना शहर यमुनानगर में दर्ज किया गया।