भारत की आजादी की कहानी सबसे ऐतिहासिक है. 1947 का साल भारतीयों के इतिहास में एक ऐसा मोड़ लेकर आया, जिसने न सिर्फ दो देशों को जन्म दिया, बल्कि करोड़ों लोगों को जड़ से हिला दिया था. एक ओर जहां भारत को आजादी मिली, वहीं दूसरी ओर देश का विभाजन हुआ. हिंदुस्तान और पाकिस्तान दो अलग राष्ट्र बने. इस ऐतिहासिक घटना के केंद्र में मोहम्मद अली जिन्ना सबसे ज्यादा चर्चा में रहा था.जिन्ना को पाकिस्तान के कायदे-आजम यानी महान नेता और बाबा-ए-कौम कहा जाता है. उन्होंने मुसलमानों के लिए एक अलग राष्ट्र की मांग की थी, जो बाद में पाकिस्तान के रूप में सामने आया, लेकिन पाकिस्तान जाने से पहले जिन्ना भारत में एक कब्र पर गए थे और वहां उनकी आंखों से आंसू रुक नहीं पाए. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि भारत छोड़ने से पहले जिन्ना किसकी कब्र पर गए थे और क्यों फूट-फूटकर रोए थे.जिन्ना की कहानीमोहम्मद अली जिन्ना की जिंदगी पाकिस्तान में हमेशा से एक रहस्य की तरह रही है. बहुत कम लोग जानते हैं कि जिन्ना ने एक हिंदू पारसी लड़की रतनबाई से शादी की थी, जिन्हें प्यार से रूट्टी कहा जाता था. वह मुंबई के एक अमीर पारसी परिवार से थीं और अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती थी. रूट्टी जिन्ना से उम्र में लगभग 24 साल छोटी थीं. उनके माता-पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे, क्योंकि न सिर्फ मजहब अलग था, बल्कि सोच और लाइफस्टाइल भी काफी अलग थी. इसके बावजूद रतनबाई ने सब कुछ छोड़कर मोहम्मद अली जिन्ना से शादी कर ली.शादी के बाद उन्होंने इस्लाम कबूल किया और मरियम जिन्ना बन गईं. इस शादी से जिन्ना और रतनबाई की एक बेटी दीना वाडिया हुई. हालांकि बेटी के जन्म के कुछ सालों बाद जिन्ना और रतनबाई के रिश्तों में खराबी आ गई. वे अलग हो गए, लेकिन जब रतनबाई बीमार पड़ीं, तो जिन्ना एक बार फिर उनके साथ आए. रतनबाई ने बहुत कम उम्र में ही दुनिया छोड़ गईं, सिर्फ 29 साल की उम्र में. इस घटना से जिन्ना पूरी तरह टूट गए थे, उनकी मौत के बाद जिन्ना ने कभी दोबारा शादी नहीं की. भारत छोड़ने से पहले जिन्ना गए थे उनकी कब्र 1947 में जब पाकिस्तान बनने की प्रक्रिया अंतिम चरण में थी और जिन्ना को भारत छोड़ना था तो वे एक दिन मुंबई के एक कब्रिस्तान में गए, जहां उनकी पत्नी रतनबाई की कब्र थी. कहा जाता है कि वहां पहुंचते ही जिन्ना खुद पर काबू नहीं रख पाए. वह फूट-फूटकर रोए, उनकी आंखों में खुशी नहीं, बल्कि दर्द और पछतावे के आंसू थे. कहा जाता है कि शायद उन्हें इस बात का एहसास हो गया था कि उन्होंने देश तो बांट दिया, लेकिन खुद को नहीं संभाल पाए. जिसके कारण उनकी बेटी दीना ने भी एक पारसी लड़के नेविल वाडिया से शादी की, जिससे जिन्ना नाराज हो गए थे और दीना उनके साथ पाकिस्तान नहीं गईं. यह भी पढ़े : आर्य समाज में शादी को प्रायॉरिटी क्यों देते हैं कपल्स, कितना मिलता है फायदा?