भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को छोड़ दें तो तकरीबन हर देश में टेस्ट मैचों में उतने दर्शक स्टेडियम नहीं पहुंचते, जितने वनडे या टी20 मैच देखने आते हैं. इस कारण कई देशों के लिए टेस्ट मैच खेलना घाटे का सौदा साबित हो रहा है.