क्या होता है यौम-ए-आजादी का मतलब, जिसे 14 अगस्त को मनाता है पाकिस्तान?

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Independence Day 2025: भारत और पाकिस्तान को ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुए इस बार 78 साल पूरे हो जाएंगे. इस बार दोनों देश अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे. भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है, लेकिन पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस को यौम-ए-आजादी कहा जाता है. भारत और पाकिस्तान दोनों मुल्क एकसाथ आजाद हुए थे, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान एक दिन पहले यानि कि 14 अगस्त को अपनी यौम-ए-आजादी मनाता है. चलिए जानें कि यौम-ए-आजादी का क्या मतलब होता है.क्या है यौम-ए-आजादी का मतलबआपने अक्सर सुना होगा कि पाकिस्तान 14 अगस्त के दिन को ‘यौम-ए-आजादी’ मनाता है. लेकिन यह नाम सुनते ही कई लोगों के मन में सवाल आता है, ये है क्या और क्यों मनाया जाता है? तो सीधी सी बात है कि ‘यौम-ए-आजादी’ कुछ अनोखा नहीं होता है. इसका मतलब होता है आजादी का दिन. यह उर्दू का शब्द है ‘यौम’ यानी दिन और ‘आजादी’ का मतलब है स्वतंत्रता. 1947 में जब भारत आजाद हुआ था, उसी वक्त पाकिस्तान एक अलग देश बना था. पहले पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को ही मनाया जाता था, लेकिन बाद में लोगों ने कहा कि वे अपना स्वतंत्रता दिवस भारत के साथ नहीं मनाएंगे.अपना स्वतंत्रता दिवस अलग क्यों मनाता है पाकिस्तानरिपोर्ट्स की मानें तो इस्लामाबाद कैबिनेट डिवीजन के नेशनल डॉक्यूमेंटेशन सेंटर में मौजूद दस्तावेजों के हवाले से इस बात का पता चलता है कि 29 जून 1948 को कराची में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री लियाकत अली खान की अगुवाई में एक बैठक हुई थी. इसी बैठक के दौरान इस बात का फैसला हुआ था कि पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त की बजाय 14 अगस्त को मनाया जाएगा. लेकिन इसको लेकर अंतिम फैसला मोहम्मद अली जिन्ना का होगा. तब जिन्ना ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. यौम-ए-आजादी के दिन पाकिस्तान में क्या होता है?पाकिस्तान में यौम-ए-आजादी के दिन झंडा फहराया जाता है, परेड होती है, स्कूल-कॉलेज में कार्यक्रम होते हैं और लोग अपने घरों को हरे-सफेद झंडों से सजाते हैं. पाकिस्तान में भी आजादी का माहौल वैसा ही होता है जैसा कि भारत में 15 अगस्त को होता है. बस तारीख और रंग अलग होते हैं.यह भी पढ़ें: कुत्तों के कारण भारत में शामिल नहीं होना चाहते थे जूनागढ़ के राजा, मामला जानकर उड़ जाएंगे होश