भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का नाम आज क्रिकेट की दुनिया में किसी परिचय का मोहताज नहीं है. लेकिन उनकी सफलता के पीछे सिर्फ मेहनत और प्रतिभा ही नहीं, बल्कि एक ऐसे परिवार की कहानी है, जिसने सपनों पर भरोसा रखा, भले ही हालात बहुत साधारण थे.13 मार्च 1994 को हैदराबाद के खाजा नगर इलाके में एक साधारण परिवार में सिराज का जन्म हुआ. पिता मिर्जा मोहम्मद गाउस ऑटो रिक्शा चलाते थे और मां शबाना बेगम गृहिणी हैं. बड़े भाई मोहम्मद इस्माइल इंजीनियर हैं. यह परिवार आर्थिक रूप से सीमित था, लेकिन दिल में बड़े सपने थे.सिराज के पिता मिर्जा मोहम्मद गाउस भले ही क्रिकेट नहीं खेले थे, लेकिन वे जानते थे कि सपनों के लिए मेहनत और त्याग कितना जरूरी है. वे सुबह-सुबह ऑटो लेकर निकल जाते, पूरे दिन की मेहनत के बाद जो भी कमाई होती, उसका बड़ा हिस्सा बेटे के क्रिकेट सफर पर खर्च होता. 2020 में किस्मत ने एक बड़ा झटका दिया. फेफड़ों की बीमारी के चलते उनके पिता का 53 साल की उम्र में निधन हो गया.मां की हिम्मतमोहम्मद सिराज की मां शबाना बेगम ने सीमित साधनों में परिवार को संभाला. ऑटो की कमाई में घर चलाना और बेटे के क्रिकेट खर्च पूरे करना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने कभी सिराज को उनके सपनों से दूर नहीं होने दिया. उनकी दुआएं और हौसला हमेशा सिराज के साथ रहे.यह भी पढ़ें- पीरियड्स लीव को लेकर दिल्ली में NSUI का जोरदार प्रदर्शन, जानें किन यूनिवर्सिटीज में पहले से है यह सुविधाभाई ने दिखाया करियर का रास्तातेज गेंदबाज सिराज बड़े भाई मोहम्मद इस्माइल इंजीनियर हैं, लेकिन उन्होंने अपने छोटे भाई के लिए वह रास्ता चुना जो सबसे मुश्किल था. जब कई लोग सिराज को “सुरक्षित” करियर अपनाने की सलाह देते, तब इस्माइल ने उन्हें पूरी तरह क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया.पढ़ाई में सबसे आगे कौन?मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार क्रिकेट पर फोकस व कुछ अन्य कारणों के चलते सिराज इंटरमीडिएट से आगे पढ़ाई नहीं कर सके. परिवार में बात की जाए सिराज के बड़े भाई मोहम्मद इस्माइल सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं, जो इंजीनियर हैं.यह भी पढ़ें-तीन से ज्यादा विषयों में हुए फेल तो अगली परीक्षा में नहीं मिलेगा बैठने मौका, जान लें CBSE का ये रूल