ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने पिछले महीने पीएम मोदी की ब्राजील यात्रा पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने ट्रेड, तकनीक, एनर्जी, डिफेंस और एग्रीकल्चर जैसे मुद्दों पर आपसी सहयोग मजबूत करने पर सहमति जताई थी। दोनों नेताओं ने भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की भी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने रीजनल और ग्लोबल मुद्दों पर भी बात की। इससे पहले सिल्वा ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से बातचीत का प्रस्ताव ठुकरा कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि मैं टैरिफ पर बात करने के लिए ट्रम्प को कॉल नहीं करूंगा। इसके बदले पीएम नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग जैसे नेताओं से बातचीत करना चाहूंगा। वहीं, दूसरी तरफ इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ भारत का समर्थन करते हुए उसे खास देश बताया है। ट्रम्प ने भारत-ब्राजील पर 50% टैरिफ लगाया अमेरिका ने हाल ही में ब्राजील और भारत पर 50% टैरिफ लगाया है। ट्रम्प ने भारत पर रूसी तेल खरीदने की वजह से, जबकि ब्राजील पर पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के चलते टैरिफ लगाया है। बोल्सोनारो पर 2022 के चुनाव हारने के बाद तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप है। इसके चलते अमेरिका और ब्राजील के बीच रिश्ते और बिगड़ गए हैं। नेतन्याहू ने भारत को खास देश बताया वहीं, भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत को एशिया में "खास" देश बताया। नेतन्याहू ने भारत का सपोर्ट करते हुए कहा कि अमेरिका यह समझता है कि भारत एक मजबूत साझेदार है। भारत एक ऐसा देश है जो “एशिया में अलग पहचान रखता है।” नेतन्याहू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ट्रम्प ने भारत के सामानों पर पहले 25% टैरिफ और बुधवार को एक्स्ट्रा 25% टैरिफ की घोषणा की। नेतन्याहू ने ऑपरेशन सिंदूर पर भी बयान दिया इजराइली पीएम ने भारत और इजराइल के बीच मजबूत डिफेंस सहयोग की भी तारीफ की, खासकर ऑपरेशन सिंदूर में इजराइली मिलिट्री इक्विपमेंट के इस्तेमाल की। उन्होंने कहा कि ये इक्विपमेंट युद्ध में बेहतरीन साबित हुए। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने7 मई पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस दौरान भारत ने इजराइली हार्पी और स्काईस्ट्राइकर जैसे "सुसाइड ड्रोन्स" का इस्तेमाल किया था, जिन्होंने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और चीनी रडार को तबाह कर दिया था।