हार्वर्ड यूनिवर्सिटी दुनिया के उन चुनिंदा विश्वविद्यालयों में से एक है, जहां पढ़ने का सपना दुनिया भर के छात्र देखते हैं और इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. अगर आप भी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है.कंप्यूटर साइंस का यह कोर्स दुनियाभर में टॉप रैंकिंग में आता है. यहां पढ़ने वाले छात्रों को बेहतरीन शिक्षा के साथ-साथ करियर के शानदार अवसर भी मिलते हैं. हालांकि, यहां पढ़ाई करना एक बड़ा निवेश है, क्योंकि इसकी फीस और अन्य खर्च काफी अधिक होते हैं.हार्वर्ड में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई का कुल खर्चअगर आप हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री करने का सपना देख रहे हैं, तो इसके लिए आपको मोटा खर्च करना पड़ेगा. इस डिग्री की कुल लागत करीब 86,926 डॉलर (लगभग 76 लाख रुपये) आती है. इसमें ट्यूशन फीस सबसे बड़ा हिस्सा है, जो करीब 59,320 डॉलर (लगभग 52 लाख रुपये) है. इसके अलावा इसमें कई अन्य फीस भी हैं-हेल्थ सर्विस फीस - 1,800 डॉलर (लगभग 1.6 लाख रुपये)हॉस्टल फीस - 13,532 डॉलर (लगभग 12 लाख रुपये)स्टूडेंट सर्विस फीस - 3,676 डॉलर (लगभग 3.20 लाख रुपये)खाने का खर्च - 8,598 डॉलर (लगभग 7.50 लाख रुपये)कोर्स की अवधिकंप्यूटर साइंस का कोर्स लगभग 4 साल का होता है.ट्यूशन फीसएक साल की ट्यूशन फीस लगभग 52 लाख रुपये है. इसमें केवल पढ़ाई का खर्च शामिल होता है, रहने और खाने का खर्च अलग से देना होता है.हॉस्टल का खर्चहॉस्टल में रहने का खर्च करीब 12 लाख रुपये सालाना होता है. यह खर्च कमरे के प्रकार और उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार बदल सकता है.खाना-पीनाखाने-पीने पर सालाना लगभग 7.50 लाख रुपये का खर्च आता है. यह खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि छात्र का डाइट प्लान कैसा है.अन्य खर्चकिताबें, कपड़े, घूमना-फिरना, बाहर खाना आदि पर होने वाला खर्च पूरी तरह छात्र की जीवनशैली पर निर्भर करता है. इनका कोर्स फीस से कोई सीधा संबंध नहीं होता.कम्यूटर साइंस में करियर ऑप्शनसॉफ्टवेयर डेवलपरआप मोबाइल ऐप, वेबसाइट या डेस्कटॉप एप्लीकेशन बनाने का काम कर सकते हैं. इसमें कोडिंग, टेस्टिंग और प्रोग्राम अपडेट शामिल होते हैं.डेटा साइंटिस्टडेटा का विश्लेषण करके बिजनेस या संस्थानों को बेहतर फैसले लेने में मदद करना. इसके लिए मशीन लर्निंग और सांख्यिकी का ज्ञान जरूरी है.आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंजीनियरAI और मशीन लर्निंग मॉडल बनाकर रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और स्मार्ट सिस्टम में काम करने का मौका मिलता है.साइबर सिक्योरिटी एनालिस्टकंपनियों के डेटा और नेटवर्क को हैकिंग या साइबर अटैक से बचाने का काम करते हैं.क्लाउड कंप्यूटिंग इंजीनियरअमेजन AWS, माइक्रोसॉफ्ट Azure, या गूगल क्लाउड जैसे प्लेटफॉर्म पर काम करके कंपनियों की क्लाउड सर्विस मैनेज करना.यह भी पढ़ें- संभल हिंसा से सुर्खियों में आए CO अनुज चौधरी को बड़ा तोहफा, बने ASP; अब मिलेगी इतनी सैलरी