भोपाल में इस साल अब तक 29 हत्याएं हो चुकी हैं, जो हर सातवें दिन एक हत्या के औसत के बराबर है। इन हत्याओं के पीछे मुख्य रूप से प्रापर्टी विवाद, आपसी रंजिश, शराबखोरी, प्रेम प्रसंग और मामूली कहासुनी जैसे कारण रहे हैं। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की है, लेकिन वारदातों की रफ्तार में कोई कमी नहीं आई है।