Bihar Chunav 2025: बिहार की राजनीति में एक एकाएक ट्विस्ट तब आ गया जब जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने असदुद्दीन ओवैसी को हैदराबाद में राजनीति करने की सलाह दी. प्रशांत किशोर ने कहा, ओवैसी की राजनीति का ढर्रा वही है. बिहार को हैदराबाद से नेताओं की जरूरत नहीं. अगर वे इंडिया गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं तो यह उनकी और गठबंधन की मर्जी पर है, लेकिन हमारे लिए ओवैसी बिहार में कोई फैक्टर नहीं हैं. यह बयान तब आया जब ओवैसी की एआईएमआईएम महागठबंधन में शामिल होने की कोशिश नाकाम रही. राजद ने उनकी पेशकश ठुकराई जिसके बाद ओवैसी 45 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. क्या किशोर का यह बयान ओवैसी को झटका है? क्या यह तीसरे मोर्चे की उम्मीदों पर भी ब्रेक लगाएगा? बिहार के मुस्लिम वोट बैंक और सियासी समीकरणों के बीच ओवैसी का भविष्य अनिश्चित नजर आ रहा है.