भारत में इंडस्ट्री के जानकारों को उम्मीद है कि 1 अगस्त की समय सीमा से पहले प्रारंभिक समझौता हो जाएगा या फिर एक मिनी ट्रेड डील पक्की हो जाएगी, जिससे टैरिफ से होने वाले नुकसान से बचने में मदद मिलेगी.